यमुनोत्री विधायक संजय डोभाल ने किया सीएम आवास कूच

देहरादून: यमुनोत्री विधानसभा क्षेत्र की अनदेखी से नाराज विधायक संजय डोभाल अपने समर्थकों के साथ मुख्यमंत्री आवास कूच करने निकले, लेकिन पुलिस ने न्यू कैंट रोड पर बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया. करीब डेढ़ सौ किलोमीटर से दूर सुदूरवर्ती इलाकों से राजधानी पहुंचे यमुनोत्री के लोगों को पुलिस ने आगे बढ़ने ही नहीं दिया. इससे आक्रोशित लोगों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर उपेक्षा का आरोप लगाया. काफी देर बैरिकेडिंग के पास हंगामा होता रहा. जिसके बाद पुलिस ने विधायक संजय डोभाल समेत उनके कई समर्थकों को हिरासत में लिया फिर पुलिस लाइन भेज दिया.
यमुनोत्री विधायक संजय डोभाल ने लगाए गंभीर आरोप: यमुनोत्री विधायक संजय डोभाल का आरोप है कि मुख्यमंत्री आवास मार्च को विफल बनाने के लिए हर तरह के हथकंडे अपनाए गए. उन्होंने कहा कि यमुनोत्री विधानसभा से देहरादून आते वक्त उनके काफिले को जगह-जगह रोका गया. उनके समर्थकों को भी पुलिस ने कई स्थानों पर रोक कर देहरादून आने के लिए विलंब कराया. किसी तरह वो अपने समर्थकों के साथ देहरादून पहुंचे. उसके बावजूद मुख्यमंत्री आवास मार्च में स्थानीय लोगों की भारी भीड़ उमड़ी.
विधायक डोभाल का कहना है कि उनके विधानसभा क्षेत्र की लगातार अवहेलना की जा रही है. नौकरशाही बेलगाम होकर मनमर्जी पर उतरी हुई है. यमुनोत्री के विकास कार्य सरकार की बेरुखी से सुस्त गति से चल रहे हैं. यमुनोत्री धाम में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को चेकिंग के नाम पर 12 से 15 जगहों पर रोक कर परेशान किया जाता है, इससे देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं के बीच गलत संदेश जा रहा है.
उन्होंने कहा कि यमुनोत्री विधानसभा में सड़कों की स्थिति भी दयनीय है. मां यमुनोत्री के मंदिर पर भी अस्तित्व का संकट मंडरा रहा है. 15 महीने पहले वहां पर आई आपदा की वजह से मंदिर परिसर के आसपास क्षति पहुंची है, लेकिन आज तक वहां सुरक्षात्मक कार्य शुरू तक नहीं किए गए हैं. इस दौरान उन्होंने विधानसभा में सरकार पर व्याप्त भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए.
बता दें कि विधायक संजय डोभाल ने सरकार पर यमुनोत्री समेत चारधाम यात्रा की उपेक्षा के साथ ही आपदा प्रभावित क्षेत्रों की अनदेखी, कानून व्यवस्था और भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर 22 सितंबर को देहरादून में मुख्यमंत्री आवास कूच का ऐलान किया था. जिसके लिए विधायक डोभाल अपने समर्थकों के साथ देहरादून के लिए निकले थे. इससे पहले मसूरी में पुलिस ने रोक दिया था. उस समय उन्हें गलोगी के पास लैंडस्लाइड होने की बात कर रोक दिया गया था. जिस पर विधायक डोभाल और पुलिस के बीच गहमागहमी भी हुई थी.




