इंस्टीट्यूशनल लीग के लिए एआईएफएफ को मिला बेहतरीन रिस्पॉन्स
नई दिल्ली, 21 अगस्त (आईएएनएस)। कुछ फेमश इंस्टीट्यूशनल टीमें, जिन्होंने एक समय भारतीय घरेलू फुटबॉल परिदृश्य पर अपना दबदबा बनाया था और शीर्ष स्तर के खिलाड़ियों की एक श्रृंखला तैयार की थी। उन्होंने एआईएफएफ इंस्टीट्यूशनल लीग में खेलने के लिए अपनी रुचि व्यक्त की है, जो जल्द ही शुरू होगी।
इंस्टीट्यूशनल टीमों में वो बड़े नाम हैं, जिन्हें एक बार फिर मैदान पर देखा जा सकता है।
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), इंडियन नेवी, भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई), ईएसआईसी, चेन्नई कस्टम, नियंत्रक और महालेखा परीक्षक, दिल्ली और अन्य शामिल हैं।
बीएसएफ एक समय मजबूत टीम थी, जिसने अपने सुनहरे दिनों में सात बार डूरंड कप जीता। मंजीत सिंह, नरेंद्र गुरुंग और कई अन्य खिलाड़ियों को सामने लाया।
एफसीआई भी उतनी ही मजबूत थी, जिसकी लाइन-अप अतनु भट्टाचार्य, कृषाणु डे, विकास पंजी, विक्टर अमलराज, बाबू मणि और कई अन्य खिलाड़ियों से भरी हुई थी।
14 अप्रैल, 2023 को अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ की कार्यकारी समिति व्यापक चर्चा के बाद फुटबॉल में शौकिया संरचना को समान महत्व देने के निर्णय पर पहुंची थी। समिति ने महसूस किया कि इससे प्रतिस्पर्धी अवसरों का स्तर बढ़ेगा और इस स्तर पर खिलाड़ियों के लिए सुरक्षा सुनिश्चित होगी।
योजना को जारी करने के लिए कार्यकारी समिति ने वर्तमान सत्र से एक इंस्टीट्यूशनल लीग शुरू करने का निर्णय लिया। जहां टीमों का फैसला बोली प्रक्रिया में किया जाएगा, लीग के विजेताओं को राष्ट्रीय स्तर पर कप टूर्नामेंट में खेलने का मौका मिल सकता है।
कार्यकारी समिति के फैसले को ध्यान में रखते हुए, एआईएफएफ ने इस नई पहल का हिस्सा बनने में रुचि रखने वाली संभावित इंस्टीट्यूशनल टीमों के साथ बातचीत शुरू करने का फैसला किया है।
एआईएफएफ का इरादा अक्टूबर 2023 के मध्य तक टीमों के चयन को अंतिम रूप देना है।
देश भर में इंस्टीट्यूशनल टीमों की योजना, संरचना और आकांक्षाओं को समझने के लिए, अगस्त के अंतिम सप्ताह में एक बैठक बुलाई जाएगी जहां इच्छुक संस्थानों को चर्चा करने और अपने विचार व्यक्त करने के लिए आमंत्रित किया जाएगा।
–आईएएनएस
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