देहरादून : आगामी विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक दलो के बीच दलबदल का सिलसिला तेज़ हो गया है I बीते रविवार को भाजपा से कैबिनेट मंत्री हरक सिंह के निष्कासन के बाद अब कांग्रेस में निष्कासन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। कांग्रेस ने महिला प्रदेश अध्यक्ष सरिता आर्य को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। कांग्रेस ने तीखे तेवर दिखाकर टिकट मांगने पर सरिता आर्य को निष्कासित कर दिया I वह नैनीताल विधानसभा सीट से विधानसभा चुनाव के लिए टिकट मांग रही थीं।
सोमवार को वह सीएम पुष्कर सिंह धामी की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हुई। उनके साथ महिला कांग्रेस की प्रदेश उपाध्यक्ष रेखा बोहरा व प्रदेश महामंत्री वंदना गुप्ता आदि ने भी कांग्रेस के अंदर महिलाओं की उपेक्षा किए जाने के चलते भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली।
भाजपा में शामिल होने के बाद आर्य ने कहा कि बिना किसी शर्त के उन्होंने बीजेपी ज्वाइन की है। कांग्रेस पर तीखे प्रहार करते हुए आर्य ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में महिलाओं का सम्मान नहीं है। ‘मैं लड़की हूं लड़ सकती हूं’ नारे को खोखला करार करते हुए आर्य का कहना था कि महिलाओं के विकास के लिए कांग्रेस में कोई रोडमैप नहीं है।
2017 के विधानसभा चुनाव में संजीव आर्य ने नैनीताल विधानसभा सीट से जीत हासिल की थी। जानकारी के मुताबिक संजीव 2022 के विधानसभा चुनाव में एक बार फिर नैनीताल विधानसभा सीट सेचुनाव लड़ सकते है। बीते शनिवार को संजीव आर्य ने कांग्रेस हाईकमान के सामने अपनी दावेदारी से सियासी घमासान छेड़ दिया था।
वहीं , सरिता आर्य का कहना था कि अगर कांग्रेस में उनकी अनदेखी हुई और भाजपा उनको टिकट देगी तो वह कांग्रेस का दामन छोड़ भाजपा का दामन थाम लेगी I और 2022 के विधानसभा चुनाव में अपनी नई पारी की शुरुआत करेंगी। कहा था कि अगर वह खुद अपना टिकट नहीं नहीं बचा पाएंगी तो दूसरी महिला नेताओं को क्या जवाब देंगी जो उनके भरोसे दावेदारी कर रही हैं।