हल्द्वानीः उत्थान मंच में 1982 से लगता है उत्तरायणी का मेला, विशेष महत्व क्या है जानें… पढ़िए पूरी खबर

हल्द्वानीः हीरानगर के उत्थान मंच में  पिछले 40 वर्षों से उत्तरायणी यानी पहाड़ में घुघुतिया का त्यौहार मनाया जाता है. हल्द्वानी के हीरानगर उत्थान मंच में यह त्यौहार मनाया जाता है. उत्थान मंच के अध्यक्ष का कहना है कि युवा पीढ़ी अब कुमाऊनी संस्कार को भूलती जा रही है जिस कारण उनका विशेष महत्व है कि वह ज्यादा से ज्यादा युवा पीढ़ियों को कुमाऊनी संस्कृति के बारे में बता सके.

हर साल 14 जनवरी को उत्तरायणी का त्यौहार मनाया जाता है और हल्द्वानी के हीरानगर क्षेत्र यानी उत्थान मंच में इस त्यौहार को बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है. यानी कुमाऊंनी संस्कृति को बढ़ावा दिया जाता है.

जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग जागरूक हो सके और कुमाऊंनी संस्कृति का पालन करे. 1982 से हल्द्वानी के हीरानगर उत्थान मंच में उत्तरायणी मेले का पहली बार आयोजन किया गया जो आज 40 साल बाद भी पूरे रीति-रिवाजों के साथ मनाया जाता है. उत्तरायणी मेले का मुख्य उद्देश्य है कि युवा पीढ़ी कुमाऊंनी संस्कृति को भूल रही हैं कुमाऊंनी संस्कृति के त्यौहार लुप्त हो रहे है. जिस कारण अपने आने वाली पीढ़ी को इस संस्कृति से परिचय कराने के लिए हर वर्ष उत्तरायणी का त्यौहार मनाया जाता है.

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