Uttarakhand Election: उत्तराखंड में BJP को बड़ा झटका! पूर्व विधायक मालचंद और दीपक विजल्वाण कांग्रेस में शामिल

आगामी उत्तराखंड विधानसभा चुनाव (Uttarakhand Assembly Election 2022) से पहले नेताओं का एक पार्टी से इधर से उधर जाने का सिलसिला जारी है. इसी कड़ी में उत्तरकाशी जिले में भी सियासत तेज है.

पुरोला के पूर्व भाजपा विधायक मालचंद (Malchand) आज कांग्रेस में शामिल हो गए. इसके साथ उत्तरकाशी के जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक विजल्वाण (Deepak Bijalwan) ने भी दिल्ली में कांग्रेस का दामन थाम लिया. मालचंद की पुरोला तो दीपक की यमनोत्री विधानसभा सीट पर अच्छी पैठ मानी जाती है.

दरअसल पुरोला से कांग्रेस विधायक राजकुमार ने दो महीने पहले विधायकी से इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थाम लिया था. इससे मालचंद खासे नाराज थे. इसके बाद से ही मालचंद की कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थी. इस बीच आज दिल्ली में मालचंद ने कांग्रेस पार्टी का दामन थाम लिया.

राजकुमार के BJP में शामिल होने के बाद से नारज चल रहे थे मालचंद

पुरोला विधानसभा की बात करें तो यहां से अभी राजकुमार विधायक हैं. जिन्होंने हाल ही में बीजेपी ज्वाइन की. राजकुमार 2007 से 2012 तक बीजेपी के टिकट पर सहसपुर से विधायक रह चुके हैं.

2012 में राजकुमार पुरोला से टिकट की मांग कर रहे थे, लेकिन टिकट न मिलने पर राजकुमार बीजेपी छोड़ कांग्रेस में शामिल हो गए थे. इसके बाद 2017 में कांग्रेस के टिकट पर पुरोला से चुनाव जीतने में कामयाब रहे, इस बार उन्होंने बीजेपी के मालचंद को पटकनी दी थी.

अब राजकुमार की एक बार फिर घर वापसी से माना जा रहा है कि बीजेपी उनको पुरोला से टिकट दे सकती है. वहीं अब मालचंद कांग्रेस में शामिल हो गए हैं तो अगर पार्टी उनको टिकट देती है तो एक बार फिर ये दोनों नेता चुनावी रण में आमने-सामने होंगे.

जानें कौन हैं NSUI से अपना राजनीतिक जीवन शुरू करने वाले दीपक

उत्तरकाशी के जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक विजल्वाण भी आज दिल्ली में कांग्रेस में शामिल हुए. जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक विजल्वाण पूर्व में एनएसयूआई से लेकर यूथ कांग्रेस में रह चुके हैं.

मूल रूप से पुरोला विधानसभा के पोरा गांव के रहने वाले दीपक विजल्वाण यमनोत्री विधानसभा सीट से विधायक उम्मीद्वार माने जा रहे हैं. क्षेत्र में इन दिनों उनकी काफी सक्रियता देखी जा रही है. जिसके बाद अब उन्होंने कांग्रेस की सदस्यता ले ली है. ऐसे में अब उन्हें पार्टी से टिकट मिलता है या नहीं यह आने वाला वक्त बताएगा.

लेकिन फिलहाल पार्टी में एक लोकप्रिय चेहरे के जुड़ने से पार्टी मजबूत होगी यह साफ है.

उन्होंने छात्र राजनीति से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की. साल 2006-07 में दीपक पुरोला महाविद्यालय से छात्र संघ अध्यक्ष बने थे. वे एनएसयूआइ के राष्ट्रीय महासचिव भी रहे हैं.

वे साल 2008 में पुरोला से क्षेत्र पंचायत सदस्य चुने गए, जिसके बाद 2014 में पुरोला के रामा वार्ड से जिला पंचायत सदस्य चुने गए. इसके बाद 2019 में पुरोला के हुडोली वार्ड से जिला पंचायत सदस्य चुने गए और जिला पंचायत अध्यक्ष के निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में भाजपा के प्रत्याशी चंदन पंवार को पटकनी दी थी.

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