निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी ने धर्म संसद के मामले में दी अपनी प्रतिक्रिया-देखे पूरी खबर
संवाददाता-मनोज कश्यप
हरिद्वार-पिछले दिनों हरिद्वार में हुई धर्मसंसद ओर उसके बाद संतो की गिरफ्तारी के बाद उठे विवाद पर अब निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा हैं कि धर्म संसद अनादि काल से चली आ रही परंपरा है जिसमे धर्म, समाज और देश हित वाले संतो का होना आवश्यक है जल्द ही वे वरिष्ठ संतो के साथ बैठक पर उक्त मामले पर कोई निर्णय लेंगे।
हरिद्वार स्थित दक्षिण काली मंदिर में पत्रकारों से वार्ता करते हुए आगामी विधानसभा चुनाव में लोगो से ऐसे व्यक्ति, नेता का चुनाव करने की सलाह दी कि जिस नेता में देश, धर्म और समाज के हित के लिए कार्य करने का जज्बा हो। उन्होंने कहाँ की चुकी वे एक धर्माचार्य है इसलिए वे चाहेंगे कि जो नेता या पार्टी सनातन धर्म को बढ़ावा देंगी वे उसका समर्थन करेंगे, लेकिन जो नेता या पार्टी देश और समाज सेवा को महत्व देते हुए धर्म का समर्थन करेगा उसी को वोट करना चाहिए। साथ ही इस मौके पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि गत दिनों हरिद्वार में हुई धर्म संसद और उसके बाद संतो पर हुए मुकदमे ओर गिरफ्तारी के बाद उठे विवाद पर उन्होंने कहा कि वे जल्द ही इस मुद्दे पर अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और महामंत्री से वार्ता कर बैठक कर जल्द ही कोई निर्णय लेंगे।