जादवपुर विश्वविद्यालय ने रैगिंग विरोधी समिति में फेरबदल किया
कोलकाता, 14 सितंबर (आईएएनएस)। जादवपुर विश्वविद्यालय (जेयू) ने प्रतिष्ठित संस्थान के एक फ्रेशर छात्र की रहस्यमय मौत के विवादों के बीच अपनी एंटी-रैगिंग समिति में फेरबदल किया है।
बंगाली ऑनर्स प्रथम वर्ष के छात्र की 10 अगस्त को एक छात्र छात्रावास की बालकनी से गिरने के बाद मौत हो गई थी। आशंका है कि वह रैगिंग का शिकार हो गया था।
अपनी एंटी-रैगिंग समिति के पुनर्गठन की घोषणा करते हुए अधिकारियों ने एक अधिसूचना में पैनल के सदस्यों के नाम, मोबाइल नंबर और ईमेल संपर्क दिए हैं।
जेयू के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि एंटी-रैगिंग कमेटी में फेरबदल का फैसला फ्रेशर छात्र की मौत के बाद सामने आए निष्कर्षों के मद्देनजर लिया गया कि पिछले पैनल के कई सदस्य निष्क्रिय थे।
जेयू के सूत्रों ने कहा कि हमने पिछली समिति के प्रदर्शन का मूल्यांकन किया और उसके आधार पर, हमने पैनल में फेरबदल करने का फैसला किया। समिति में फैकल्टी और छात्र संघ दोनों का प्रतिनिधित्व है।
बताया जा रहा है कि फेरबदल समिति की पहली बैठक शुक्रवार को होगी जिसमें यह तय किया जाएगा कि विश्वविद्यालय परिसर में रैगिंग की घटनाओं को रोकने के लिए क्या नए कदम उठाए जा सकते हैं।
विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने रैगिंग को रोकने के लिए पहले ही कुछ निर्णय लिए हैं जैसे- प्रथम वर्ष के छात्रों को एक अलग छात्रावास में शिफ्ट करना, परिसर में 26 एआई-सक्षम सीसीटीवी कैमरे स्थापित करना और विश्वविद्यालय की सुरक्षा टीम में पूर्व रक्षा कर्मियों को शामिल करना।
हाल ही में, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की एक टीम ने भी जेयू परिसर का दौरा किया था ताकि यह पता लगाया जा सके कि परिसर के भीतर रैगिंग की घटनाओं को रोकने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग कैसे किया जा सकता है।
उम्मीद है कि इसरो टीम विश्वविद्यालय का दूसरा दौरा करेगी और फिर इस मामले में अपनी अंतिम सिफारिशें देगी।
–आईएएनएस
एफजेड