गुफा मंदिरों के संरक्षण पर पहला अंतर्राष्ट्रीय मंच छोंगछिंग में आयोजित

बीजिंग, 19 अगस्त (आईएएनएस)। गुफा मंदिरों के संरक्षण पर पहला अंतर्राष्ट्रीय मंच 19 से 21 अगस्त तक दक्षिण-पश्चिमी चीन के छोंगछिंग शहर के ताजू क्षेत्र में आयोजित हो रहा है।

यह मंच जलवायु परिवर्तन की पृष्ठभूमि में गुफा मंदिरों के संरक्षण पर केंद्रित है। नेपाल, पाकिस्तान, ईरान, अफगानिस्तान, इटली, ब्रिटेन आदि देशों के विशेषज्ञ चीनी विद्वानों के साथ गुफाओं की सुरक्षा की अवधारणा और प्रौद्योगिकी, और जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने के लिये गुफा मंदिरों के कार्यों पर चर्चा कर रहे हैं।

गौरतलब है कि गुफा मंदिर खड़ी चट्टानों पर खोदी गई गुफा के आकार की बौद्ध इमारतों को संदर्भित करते हैं। वे बौद्ध वास्तुकला के शुरुआती रूपों में से एक हैं और भारत में उनकी शुरूआत हुई थी।

सबसे पहले, यह भिक्षुओं के लिए दुनिया से छिपने के लिए बौद्ध गतिविधियों का अभ्यास करने या आयोजित करने के लिए पहाड़ों में खुदाई करने का स्थान था, और फिर इसे बौद्ध धर्म के साथ चीन में प्रसार-प्रचार किया गया था।

चीन की चार प्रमुख गुफ़ाए हैं:कानसू प्रांत में स्थित डुनहुआंग मोगाओ गुफ़ा, हनान प्रांत के लोयांग शहर में स्थित लुंगमन गुफ़ा, शांक्सी के ताथोंग शहर में स्थित यूनकांग गुफ़ा, और कानसू प्रांत में स्थित मैजिशान गुफ़ा।

अधिकांश दक्षिणी गुफाएं दक्षिण-पश्चिम चीन के सछवान और छोंगछिंग क्षेत्र में स्थित हैं, जिनमें से दाज़ू रॉक नक्काशी सबसे प्रसिद्ध हैं, जो विश्व विरासत सूची में शामिल है।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

–आईएएनएस

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also
Close
Back to top button