World Tourism Day 2023 : उत्तराखंड में जल्द ही गोवा और केरल की तर्ज पर पर्यटन पुलिस का गठन किया जाएगा। इसके लिए उत्तराखंड पुलिस विभिन्न राज्यों के पर्यटन पुलिस के ढांचे का अध्ययन कर रही है।
पर्यटन पुलिस को उन शहरों में स्थायी पोस्टिंग दी जाएगी, जहां वर्षभर पर्यटकों का आना-जाना रहता है। उत्तराखंड पर्यटन प्रदेश है। यहां पर बहुत से शहर ऐसे हैं जहां पर सालभर पर्यटन और तीर्थाटन के लिए लोग आते हैं। इनसे संवाद स्थापित करने और परेशानियों को दूर करने के लिए पर्यटन पुलिस की जरूरत पर बल दिया जा रहा है।
पिछले साल पर्यटन मंत्रालय की ओर से दिशा-निर्देश जारी हुए थे। इसमें सभी राज्यों को अपने यहां सशक्त पर्यटन पुलिस का गठन करने को कहा गया था। इसके लिए उत्तराखंड पुलिस केरल और गोवा पुलिस के ढांचे का अध्ययन कर रही है।
इसी की तर्ज पर उत्तराखंड में भी पर्यटन पुलिस का गठन किया जाना है। जल्द ही शासन को पर्यटन पुलिस के ढांचे के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा। शासन से मंत्रणा के बाद ही यह तय होगा कि ढांचा कितना बड़ा होगा। पर्यटन पुलिस के लिए अलग से सिलेबस भी तैयार किया जाएगा। पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों का ट्रेनिंग मोड्यूल भी इसी तरह से तय किया जाएगा।
फिलहाल, उत्तराखंड पुलिस हर साल चारधाम यात्रा के दौरान अस्थायी पर्यटन पुलिस चौकियों को स्थापित करती है। इस वर्ष चारधाम यात्रा की शुरुआत में 100 पुलिसकर्मियों को पुलिस लाइन में ट्रेनिंग दी गई थी। पुलिस के इन जवानों को विभिन्न राज्यों की भाषा भी पढ़ाई गई थी। ताकि, दूसरे राज्य के लोगों से संवाद आसानी से स्थापित किया जा सके।
पर्यटन पुलिस को पर्यटकों की कानून व्यवस्था, सुरक्षा और सुविधाएं सुनिश्चित करने का काम सौंपा जाएगा। इसके अलावा, उनको राज्य के इतिहास, भूगोल और संस्कृति के बारे में जानकारी भी प्रदान कराई जाएगी ।
उत्तराखंड पुलिस के महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि फिलहाल 100 पुलिसकर्मियों को पर्यटन पुलिस की ट्रेनिंग दी जा रही है। इन पुलिसकर्मियों को विभिन्न राज्यों की भाषा भी पढ़ाई जा रही है।
अशोक कुमार ने कहा कि पर्यटन पुलिस के गठन से प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। पर्यटकों को उनकी समस्याओं के समाधान में मदद मिलेगी और वे उत्तराखंड में एक बेहतर अनुभव प्राप्त कर सकेंगे ।