प्रदेश में महिला उत्पीड़न मामलों में लगातार हो रही बढ़ोतरी
भारत एक ऐसा देश है जहा महिलाओं को देवी का दर्जा दिया जाता है। वहीं अगर हम बात करें भारत के एक ऐसे राज्य की जिसे देवभूमि भी कहा जाता है।
उत्तराखंड देवों की भूमि में अब अंकिता हत्याकांड के बाद यहां की निवासी महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे हैं, खास तोर पर काम काजी महिलाओं के लिये अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं के मुताबिक भारत विश्व में महिला उत्पीड़न के आंकड़ों में दसवें नंबर पर आता हैं।
साथ ही अगर हम महिलाओं के साथ प्रदेश मे बढ़ते अपराध के आंकड़े उठाकर देखें तो राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो(एनसीआरबी) की रिपोर्ट के मुताबिक पीछले साल 2021 में उत्तराखंड में बीते वर्ष 2020 से ज्यादा महिला उत्पीड़न के मामले सामने आए हैं। आंकड़ों की बात करे तो 2020 में जो आंकड़ें 2846 थे वही 2021 मे बड़ कर 3431 हो गये है।
जिसके बाद प्रदेश की महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो जाते हैं खास तौर पर अंकिता हत्याकांड के बाद अब प्रदेश की महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर पा रही है।
और अब सरकार से अंकिता हत्याकांड के आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग कर रही है। महिलाओं का कहना है कि सरकार को कुछ ऐसे कड़े नियम बनाने चाहिए जिससे प्रदेश में पनपने वाले आरोपियों के लिए एक नजीर बन पाए।