Uttarakhand Tunnel Rescue Successful: मुद्दई लाख बुरा चाहे तो क्या होता है, मौत को मात देते 41 शूरवीर
सकुशल बाहर आए सभी 41 श्रमिक। पूरे देश में खुशी की लहर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी सहित कई लोगों ने खुशी व्यक्त की।
किसी ने खूब ही कहा है, मुद्दई लाख बुरा चाहे तो क्या होता है, वही होता है जो मंज़ूरे ख़ुदा होता है । आज यही कहावत उत्तराखंड के उत्तरकाशी में 12 नवंबर से निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों ने चरिताअर्ध करके दिखाई ।
17 दिनों से बिना रोशनी, धूप के अधेरे में फेज हुए इन 41 श्रमिकों में सुरंग से निकलते हुए थकान नई दिखी । अभी कोई नहीं जानता की यह 17 दिन इनके लिए कैसे कटे होंगे । वाद-विवाद झगड़े सब हुए होंगे , Frustation , गुस्सा सब पर फिर भी यह सब जब बाहर आए तो इनके चेहरे पर सुकून दिखा खुशी दिखी, और यह खुशी और सुकून दिखा उन सब करोड़ों देशवासियों के दिल में जो कबसे इन सबके सकुशल बाहर आने की दुआ मांग रहे थे ।
41 श्रमिक निकले, रेस्क्यू ऑपरेशन ओवर#UttarakhandRescue #Tunnel pic.twitter.com/auk9nNp23Q
— Ajit Singh Rathi (@AjitSinghRathi) November 28, 2023
सुरंग के अंदर फंसे श्रमिकों को निकालने के लिए कई तरह के प्रयास किए गए। रैट माइनर्स की टीम ने सुरंग में सुरंग खोदी और श्रमिकों तक पहुंचने में सफलता पाई। सुरंग से बाहर निकाले गए श्रमिकों को प्राथमिक उपचार के बाद चिन्यालीसौड़ स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ले जाया गया।
इस सफलता पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी सहित कई लोगों ने खुशी व्यक्त की है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी बचाव अभियान में शामिल सभी लोगों की सराहना की है। उन्होंने कहा कि सभी श्रमिकों को एक-एक लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी।
श्रमिकों व उनके परिजनों के चेहरे की ख़ुशी ही मेरे लिये इगास-बगवाल..
हम सभी के लिए अत्यंत हर्ष का विषय है कि सिलक्यारा (उत्तरकाशी) में निर्माणाधीन टनल में फंसे सभी 41 श्रमिकों को सकुशल बाहर निकाल लिया गया है। सभी श्रमिक भाइयों का अस्थाई मेडिकल कैम्प में प्रारंभिक स्वास्थ्य… pic.twitter.com/iaBZ5RorK3
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) November 28, 2023
सुरंग के अंदर फंसे श्रमिकों के सुरक्षित बाहर निकलने से उत्तराखंड समेत पूरे देश में में खुशी की लहर है।