पहाड़ से लेकर मैदान तक लुढ़का पारा, बढ़ी ठिठुरन
देवभूमि उत्तराखंड में मौसम का मिजाज बदलता हुआ नजर आ रहा है। राज्य के तापमान में गिरावट देखी जा रही है। पहाड़ से लेकर मैदान तक पारा लुढ़का हुआ है, और ठिठुरन बढ़ी हुई है। जगह-जगह धुंध बढ़ने से लोगों की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं।
आज भी सुबह तड़के मौसम का मिजाज बिगड़ा दिखाई दिया। राज्य में पाला पड़ने से ठिठुरन महसूस की गई। ऐसे में लोग पहले की अपेक्षा अधिक गर्म कपड़े पहनकर घरों से बाहर निकल रहे हैं। पहाड़ों की रानी मसूरी के कंपनी गार्डन में भी पाला जमने से जमीन सफेद हो गई है।
अगर आप बर्फबारी का इंतजार कर रहे हैं, तो अब आपका इंतजार खत्म होने वाला है। मौसम विभाग कि माने तो मसूरी के साथ धनोल्टी, औली, हर्षिल समेत उच्च हिमालयी क्षेत्रों में 27 दिसंबर के बाद बारिश और बर्फबारी हो सकती है।
प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में कड़ाके की ठंड के चलते लोगो का घर से निकलना भी दुभर हो गया है। इतना हीं नहीं, नीती घाटी में इन दिनों तापमान में गिरावट के चलते यहां बहने वाले सभी नदी और नाले पूरी तहर से जम चुके हैं। रात में यहां का तापमान माइनस 15 डिग्री तक पहुंच जाता है।
राज्य के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी होने से सुरक्षा एजेंसियों की भी चुनौतियां बढ़ गई हैं। यहां भी तापमान शून्य डिग्री से नीचे पहुंच गया है। हालांकि इन हालातों में भी हिमवीर चीन सीमा पर जुटे हैं। और वे बर्फ पिघलाकर अपनी प्यास बुझा रहे हैं।
जानकारी देते हुए मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि प्रदेश में अभी पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय नहीं हुआ है। और यही कारण है कि हर साल दिसंबर में जो मौसम रहता है, वह इस बार देखने को नहीं मिल रहा है। साथ हीं उन्होने जल्द ही मौसम बदलने की संभावना जताई है।