छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री के रूप में विष्णुदेव साय का नाम तय हो गया है। रविवार को हुई बीजेपी विधायक दल की बैठक में उनका नाम सर्वसम्मति से पास हो गया । विधायक दल की बैठक में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, सर्बानंद सोनोवाल, दुष्यंत कुमार गौतम और छत्तीसगढ़ के बीजेपी प्रभारी ओम माथुर मौजूद थे । साय चार बार सांसद, एक बार केंद्र में मंत्री, तीन बार विधायक और तीन बार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके है। वह छत्तीसगढ़ के आदिवासी समुदाय से आते हैं।
साय एक अनुभवी नेता हैं, जिन्होंने सांसद और केंद्रीय मंत्री के रूप में भी कार्य किया है। छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री के रूप में विष्णुदेव साय की नियुक्ति को भाजपा की तरफ से आदिवासी समुदाय को रिझाने की कोशिश के रूप में भी देखा जा रहा है । छत्तीसगढ़ की करीब 32 फीसदी आबादी आदिवासी समुदाय से है और राज्य में ओबीसी के बाद यह दूसरा सबसे बाद समुदाय है।
साय का जन्म 21 फरवरी 1964 को जशपुर जिले में एक किसान परिवार में हुआ था। उन्होंने रायपुर विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। उन्होंने 1980 में बगिया से निर्विरोध सरपंच का चुनाव जीता। इसके बाद उन्होंने 1990 में पहली बार प्रॉपर्टी का कुछ हिस्सा बेचकर विधायक का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की।
साय 1990-98 तक दो बार विधायक रहे। इसके बाद 1999 से 2014 तक सांसद बने। सांसद रहते हुए वह कई कमेटी और पदों पर रहे। मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में वह केंद्रीय इस्पात राज्यमंत्री थे। 16वीं लोकसभा में वह छत्तीसगढ़ के रायगढ़ से जीतकर सांसद बने थे।
2020 में, साय को छत्तीसगढ़ भाजपा का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। इस पद पर रहते हुए उन्होंने पार्टी को 2023 विधानसभा चुनाव में जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
साय एक साफ-सुथरे छवि वाले नेता हैं और उन्हें पार्टी के अंदर और बाहर अच्छी प्रतिष्ठा प्राप्त है। वह एक मजबूत संगठनकर्ता और प्रचारक भी हैं।
उनके मुख्यमंत्री बनने से आदिवासी समुदाय में खुशी की लहर है। उन्हें उम्मीद है कि साय उनके हितों की रक्षा करेंगे और राज्य में विकास को आगे बढ़ाएंगे।
#WATCH | Chhattisgarh Chief Minister-designate Vishnu Deo Sai offered prayers at Ram Temple in Raipur. pic.twitter.com/RK5R0wOXxl
— ANI (@ANI) December 11, 2023
बीजेपी की आदिवासी चेहरे पर दांव
बीजेपी ने पहले ही कह दिया था कि वह आदिवासी समुदाय को उचित सम्मान देगी। चुनाव के नतीजे आने के बाद रेस में कई नेताओं का नाम चल रहा था। लेकिन अब सस्पेंस खत्म हो चुका है। बीते दिनों विष्णुदेव साय की सिक्योरिटी भी बढ़ा दी गई थी। छत्तीसगढ़ में अजित जोगी के बाद विष्णुदेव साय दूसरे आदिवासी मुख्यमंत्री होंगे।