उत्तराखंड: पर्यटन पुलिस के प्रस्ताव पर लग सकती है मुहर
धार्मिक और दर्शनीय पर्यटन स्थलों पर बढ़ती पर्यटकों की भीड़ के लिए पर्यटन पुलिस की मुहीम जल्द ही धरातल पर उतारने की तैयारी करी जा रही है।
उत्तराखंड हमेशा से ही पर्यटकों की पहली पसंद के रूप में जाना जाता है। देवों की भूमि कहे जाने वाले उत्तराखंड राज्य में हर साल देश- विदेश से पर्यटक पहुंचते है। वहीं पर्यटक स्थलों में भी पर्यटकों की संख्या में लगातार इज़ाफ़ा दिख रहा है। गत वर्ष प्रदेश में केवल चार धाम यात्रा पर ही 50 लाख से अधिक श्रद्धालु आए थे। इसके अलावा मसूरी, नैनीताल, नई टिहरी व रानीखेत में भी खासी संख्या में पर्यटक पहुंचे।
पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अब पर्यटन पुलिस की मुहीम जल्द ही राज्य में धरातल पर उतरती दिख सकती है। प्रदेश में इसका अलग संवर्ग बनाने की तैयारी चल रही है। शासन ने पुलिस मुख्यालय को प्रस्ताव उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। जैसे ही इससे संबंधित प्रस्ताव शासन को मिलेगा, उसे स्वीकृति के लिए कैबिनेट के सम्मुख लाया जाएगा। शुरुआत में इससे लगभग 100 कार्मिकों की तैनाती की जाएगी, जिन्हें सीजन के दौरान मुख्य पर्यटन क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा।
पिछले वर्ष जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जब उत्तराखंड दौरे पर आये थे तो उन्होंने पर्यटन पुलिस का गठन करने के संबंध में जोर दिया था। जिसके बाद से ही गृह विभाग ने पुलिस मुख्यालय को पत्र भेजकर पर्यटन पुलिस के संबंध में सुस्पष्ट प्रस्ताव बनाने को कहा।
पर्यटन सीजन में कई बार पर्यटक स्थलों में सैलानियों से ज्यादा दाम वसूलने, सुविधाएं न मिलने व बदसलूकी जैसी कई प्रकार की शिकायतें आती रही हैं। इसे देखते हुए प्रदेश में पर्यटन पुलिस की स्थापना की बात उठी।