प्रदेश में बढ़ रहे ट्रेनों पर पथरबाज़ी के मामलो पर शासन-प्रशासन अब सख्त हो गया है। प्रदेश में कई अराजकतत्वों द्वारा ट्रेनों में खासकर नई संचालित हो रही ट्रेनों में पथराव कर नुक्सान पहुंचाया जा रहा है। ऐसे में उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय में रेलवे सुरक्षा व्यवस्था समिति की आयोजित बैठक के दौरान कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने निर्देश देते हुए कहा कि सभी ट्रेनों पर पत्थरबाजी के हाट स्पाट चिह्नित कर रेलवे स्टेशनों के पार्किंग क्षेत्र को सीसीटीवी कैमरों से कवर किया जाए।
सीसीटीवी कैमरों की मदद से पथरबाज़ों को आसानी से चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सभी क्षेत्रों के पत्थरबाजी के हाट स्पाट चिह्नित कर वहां पर मौजूद सभी गांव और मोहल्ला समितियों के साथ गोष्ठियां आयोजित की जाएं और यदि वह किसी को भी ट्रेनों पर पथराव करते देखते है तो इसके लिए इमरजेंसी राष्ट्रीय हेल्पलाइन 112 जारी किया गया है जिस पर वह जानकारी उपलब्ध करवा सकते है।
बैठक में कई अन्य फैसले भी गए
1. ट्रेनों व रेलवे स्टेशनों पर चोरी, टप्पेबाजी आदि घटनाओं पर त्वरित कार्रवाई करते हुए मुकदमा तत्काल दर्ज करें।
2. वन्य जीवों को रेल संचालन से होने वाले नुकसान को कम करने के लिए वन विभाग और राजाजी टाइगर रिजर्व से समन्वय स्थापित किया जाए।
3. रेलवे स्टेशनो की सुरक्षा के भी डॉग स्क्वायड की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए गए।
4. ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन पर आरपीएफ से समन्वय स्थापित कर जीआरपी के नए थाने व चौकियां बनाने के लिए रेलवे से पत्राचार किया जाएगा।
5. महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा के मद्देनजर संयुक्त सुरक्षा आडिट की संस्तुतियों का अनुपालन कराया जाए।