केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) की तर्ज पर जल्द ही उत्तराखंड में राज्य औद्योगिक सुरक्षा बल (एसआइएसएफ) का गठन किया जाएगा। शासन स्तर पर हुई बैठक में पहले यह निर्णय लिया गया था कि इस फोर्स में पुलिस और होमगॉर्ड से जवानों और अधिकारियों प्रतिनियुक्ति पर भेजा जाएगा। लेकिन अब एक बार फिर शासन स्तर की बैठक पर अब यह निर्णय लिया गया है कि एसआइएसएफ में होमगार्ड के जवानों व भूतपूर्व सैनिकों को नियुक्त किया जाएगा।
राज्य औद्योगिक सुरक्षा बल प्रदेश के औद्योगिक संस्थानों की सुरक्षा में तैनात की जाएगी। इस विशेष बल में केवल होमगॉर्ड और भूतपूर्व सैनिकों को स्थान मिलेगा। जिनमे होमगॉर्ड्स की संख्या 70 फीसदी तक हो सकती है। पहले चरण में प्रदेश के हेलीपैड और हेलीपोर्टों की सुरक्षा में होमगार्ड जवान तैनात किए जाएंगे। इसके अलावा बीमार कैदियों को जेल से अस्पताल लाने-ले जाने में भी ये जवान सेवाएं दे सकते हैं।
अपर सचिव नागरिक उड्डयन विभाग की ओर से प्रदेश में हेलीपैड व हेलीपोर्टों की सुरक्षा के लिए 63 सुरक्षाकर्मियों की प्राथमिकता के आधार पर व कुल 162 सुरक्षा गार्डों की आवश्यकता बताई गई है। वहीं कारागार विभाग की ओर से बीमार व घायल कैदियों को अस्पताल ले जाने के लिए 80 पुलिसकर्मियों की मांग की गई है।
होमगार्ड जवानों का एसआइएसएफ में शामिल करने के आदेश के बाद होमगार्ड विभाग ने जवानों का चिह्नीकरण शुरू कर दिया है। इसमें उन जवानों को शामिल किया जाएगा, जिन्होंने पिस्टल व अन्य प्रशिक्षण लिया है। साथ ही उन्हें मजबूती देने के लिए भूतपूर्व सैनिकों को भी तैनात किया जाएगा।
एसआइएसएफ फोर्स में तैनात होमगॉर्ड्स जवानों का भत्ता भी बढ़ाया जाएगा। इससे आने वाले समय में होमगॉर्ड्स इस फोर्स में आने को ज्यादा से ज्यादा प्रोत्साहित होंगे।