उत्तराखंड: बच्चों को निवाला बना रहे गुलदार को मारने के आदेश
पहाड़ी इलाकों में घूम रहे गुलदार द्वारा बच्चों को मारने और लोगो के बीच बढ़ती दहशत को देखते हुए प्रमुख वन संरक्षक ने गुलदार को मारने के आदेश जारी कर दिए है।
उत्तराखंड में पिछले कुछ समय से गुलदारों की दहशत बढ़ती ही जा रही है। हर दूसरे दिन गुलदर मासूम बच्चों को अपना शिकार बना रहा है। मासूमों की होती मौत पर लोगों के बीच गुलदारों का खौफ बढ़ता ही चला जा रहा है। लोग संध्या होते ही अपने अपने घरों में दुबक कर जीने को मजबूर है। वहीं वन विभाग द्वारा इतनी कोशिशों के बाद भी गुलदार उनकी पहुंच से बाहर है जिसको लेकर लोगों में वन विभाग के प्रति आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है।
पिछले दो दिनों में ग्राम ग्वाड़ और ग्लास हाउस श्रीनगर में आदमखोर गुलदार बच्चों को अपना शिकार बना चूका है। प्रमुख वन संरक्षक वन्य जीव डाॅ. समीर सिन्हा ने पौड़ी जिले के आदमखोर गुलदार को मारने के आदेश दे दिए हैं। जारी प्रभागीय आदेशों में कहा गया है कि विशेष रूप से छोटे बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए चिह्नित गुलदार को अंतिम विकल्प के रूप में मारने के आदेश दिए गए हैं।
इन दो मासूमों को बनाया था शिकार
तीन फरवरी को गुलदार ने ग्राम ग्वाड़ पोस्ट खिर्सू निवासी 11 साल के अंकित पर गोशाला के सामने खेलते हुए हमला कर दिया था। गुलदार के हमले से अंकित की मौत हो गई थी। चार फरवरी को ग्लास हाउस रोड़ निवासी चार साल के अयान अंसारी को गुलदार घर के आंगन से उठा ले गया था। बच्चे का शव घर से 20 मीटर दूर झाड़ियों से बरामद किया गया था।
पकड़ में नहीं आए तो गुलदार को मार दिया जाए
डीएफओ द्वारा प्रमुख वन संरक्षक को भेजी रिपोर्ट में जानकारी दी गई है की घटनाओं के बाद भी गुलदार क्षेत्र में तैनात गश्ती टीम को घटनास्थल के पास दिखाई दे रहा है। जो पिंजरे में पकड़ में नहीं आ रहा और न ही ट्रैंक्युलाइज किया जा सका है। गुलदार मानव जीवन के लिए खतरा हो गया है। साथ ही उन्होंने कहा कि जन सुरक्षा को देखते हुए गुलदार को पिंजरा लगाकर पकड़ने या ट्रैंक्युलाइज करने के सभी प्रयास किए जाएं। यदि इसके बाद भी पकड़ में नहीं आए तो गुलदार को मार दिया जाए।