राजकीय मेडिकल कॉलेजों में वर्तमान में तैनात कई बांड डॉक्टर्स अपनी ड्यूटी से गायब मिले है जिसको लेकर स्वास्थ्यए मंत्री धन सिंह रावत ने आपत्ति जताई है। बांड व्यवस्था के तहत पहाड़ों में तैनात डॉक्टरों के लंबे समय से गैरहाजिर होने पर स्वास्थ्य मंत्री ने कड़ा संज्ञान लिया है। वर्तमान में 450 बांड डॉक्टर तैनात हैं, लेकिन कई बांड डॉक्टर लंबे समय से ड्यूटी पर नहीं आ रहे हैं। जिससे मरीजों को इलाज कराने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने अस्पतालों से नदारद 50 से अधिक बांड डॉक्टरों की सेवाएं समाप्त करने के निर्देश दिए हैं।
मंत्री डॉ धन सिंह रावत का कहना है की बांड डॉक्टर्स पहाड़ों में मरीज़ों की सेवा करने के लिए होते है। लेकिन उनका इस तरह ड्यूटी में नहीं रहना किसी भी प्रकार से मान्य नहीं होगा। अगर वह डॉक्टर्स अपनी ड्यूटी से गायब मिलते है तो उनको बर्खास्त कर उनकी जगह नए डॉक्टर्स को तैनाती दी जाएगी।
इससे पहले भी नदारद बांड डॉक्टरों के खिलाफ प्रदेश सरकार ने कार्रवाई थी। स्वास्थ्य महानिदेशक की ओर से नोटिस जारी करने के बाद डॉक्टरों ने कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद डॉक्टरों की सेवाएं समाप्त की गई।
साथ ही उन्होंने सभी जिलों के मुख्य चिकिस्तकों को बांड डॉक्टर्स पर कड़ी नज़र रखने के निर्देश दिए है और यदि कोई डॉक्टर ड्यूटी पर नहीं पहुँचता है तो उस पर जरुरी कार्रवाई की जाएगी।