देहरादून। पाॅवर ट्रासमिशन ऑफ उत्तराखंड लिमिटेड (पिटकुल) की लाइनों में लगातार आ रही खराबी की घटनाएं थम नहीं रही हैं। जिससें जहां पिटकुल का वित्तीय रनुकसान हो रहा है वहीं घरेलू और औद्योगिक उपभोक्ताओं को अघोषित बिजली कटौती का सामना भी करना पड़ रहा है। इन सब के लिए उच्च स्तर पर गैर विद्युत तकनीकी अधिकारी की नियुक्ति को वजह बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि समय रहते यह अधिकारी तकनीकी ज्ञान के अभाव में उचित निर्णय नहीं ले पा रहे हैं। जिससे यह दिक्कत बार-बार आ रही है।
मंगलवार को भी एक बार फिर प्रदेश में चार जगह पिटकुल की लाइनों में ट्रिपिंग (फाॅल्ट) आ गए। 160 एमवीए काशीपुर टीआरएफ की लाइन सवा आठ बजे ट्रिप कर गई। इसी तरह, रूड़की नारा लाइट आठ बजकर 54 मिनट पर खराब हुई। बाजपुर सीबी-72 नाइन आठ बजकर 2 मिनट पर ट्रिप हुई।
रूड़की-पुहाना लाइन 12ः44 बजे ट्रिप हुई। इसके चलते उत्तरांचल पाॅवर कारपोरेशन लिमिटेड (यूपीसीएल) की विद्युत लाइनों में सप्लाई ठप हो गई। उद्योगों को इससे बड़ा नुकसान हो रहा है। जिससे विभिन्न तरह की फैक्ट्रियां चलाने वाले कारोबारियों में भी रोष है। वहीं, घरेलु उपभोक्ताओं को भी घंटों विद्युत आपूर्ति के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। जिससे उनके रोजमर्रा के कार्य प्रभावित हो रहे हैं।