उत्तराखंड सरकार द्वारा प्रदेश में पहली बार आउट ऑफ टर्न नियुक्ति के तहत खिलाड़ियों को नौकरी के लिए नियुक्ति पत्र सौंपे गए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खुद खिलाड़ियों को नियुक्तिपत्र सौपें। लेकिन दो महिला खिलाड़ियों ने नौकरी (Jobs )लेने से इंकार कर दिया। काशीपुर की बॉक्सिंग खिलाड़ी प्रियंका और चमोली की एथलीट मानसी नेगी ने खेल विभाग में सरकार द्वारा दी जा रही नौकरी (Jobs ) को ज्वाइनिंग करने से इंकार कर दिया है।
शैक्षिक योग्यता अनुसार नहीं दिया पद: प्रियंका चौधरी
बॉक्सिंग खिलाड़ी प्रियंका चौधरी नेबताया की उन्होंने भी नौकरी हेतु आवेदन किया था और अपनी खेल उपलब्धि और शैक्षिक योग्यता के सभी प्रमाणपत्र लगाए थे। वह एनआईएस डिप्लोमा प्राप्त है और इसके साथ ही बीपीएड, एमपीएड भी किया है, लेकिन उन्हें सहायक प्रशिक्षक पद दिया गया, जबकि उनसे कम शैक्षिक योग्यता के खिलाड़ी को उच्च पद पर तैनात किया जा रहा है। क्वालीफिकेशन के साथ मांगी गई रिक्वायरमेंट को पूरा करने के बावजूद उन्हें लोअर पद दिया जा रहा है, जबकि वह मौजूदा समय में रेलवे में इससे ऊंचे पद पर कार्यरत हैं। प्रियंका ने उनकी अचीवमेंट के साथ क्वालीफिकेशन को भी इग्नोर करने का आरोप लगाया।
पांच साल पीछे क्यों जाऊं: मानसी नेगी
एथलीट मानसी नेगी को वन दरोगा का पद दिया गया था। इसके लिए वह वेरिफिकेशन कराने भी गई थीं, लेकिन पद के लिए इंटर साइंस का नियम रखा गए था। मानसी ने बताया कि उन्होंने फिजिकल एजुकेशन से स्नातक किया है। वर्तमान में बीपीएड कर रही है मगर उनसे कहा जा रहा है कि अब दोबारा साइंस से इंटर करना पड़ेगा, जिसके लिए चार साल का समय भी दिया जा रहा है। मानसी ने सवाल करते हुए कहा कि जब वह ग्रेजुएशन कर चुकी हैं, तो दोबारा इंटर क्यों करें, क्यों पांच साल पीछे जाए। इसलिए उन्होंने वन विभाग में ज्वाइनिंग देने से मना कर दिया।