आईपीएस अरुण मोहन जोशी को नए साल में देश के सबसे युवा आईजी का दर्जा प्राप्त हो गया है। 2006 में ही अपने पहले प्रयास में सफलता हासिल करने के बाद अरुण मोहन जोशी 23 साल की उम्र में ही आईपीएस बन गए थे। उन्होंने देहरादून समेत राज्य के विभिन्न जिलों में एसएसपी के रूप में अपनी सेवाएं दी।
चकराता निवासी अरुण मोहन जोशी की पढ़ाई देहरादून और हरिद्वार में हुई थी। बचपन में ही माता के निधन के बाद उनके पिता ने ही उनका पालन पोषण किया। आईपीएस अरुण मोहन जोशी के तीन भाई और एक बहन हैं। आईपीएस बनने से पहले वह आईआईटी रुड़की में इंजीनियरिंग कर रहे थे। आईपीएस अरुण मोहन जोशी नए साल के पहले दिन ही देश के सबसे कम उम्र के पुलिस महानिरीक्षक (IG) बन गए है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उन्हें आईजी के बैज पहनाए।
22 दिसंबर, 2023 को उत्तराखंड सचिवालय में मुख्य सचिव की अध्यक्षता में भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारियों की डीपीसी संपन्न हुई। डीपीसी में वर्ष 2006 बैच की आईपीएस अधिकारी पुलिस उप महानिरीक्षक स्वीटी अग्रवाल, अरुण मोहन जोशी, अनंत शंकर ताकवाले तथा राजीव स्वरूप को एक जनवरी 2024 से पुलिस महानिरीक्षक पद पर पदोन्नति प्रदान करने का निर्णय लिया गया।
इनके अलावा 2010 बैच के आईपीएस अधिकारी पुलिस अधीक्षक सुखबीर सिंह को पुलिस उप-महानिरीक्षक पद पर पदोन्नति, 2011 के बैच के आईपीएस अधिकारी पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार व धीरेन्द्र गुंज्याल को दिनक सेलेक्शन ग्रेड प्रदान करने का निर्णय लिया है।