उत्तराखंड(uttarakhand news) स्वास्थ्य विभाग ने राज्य में स्वास्थ्य(health department uttarakhand) सेवाओं पर नज़र रखने के लिए फैसला लिया है। अब स्वास्थ्य सेवाओं को परखने के लिए स्वयं स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारी मैदान में उतरेंगे। इसकी घोषणा खुद राज्य के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने निर्देश जारी करके की है।
जनसंवाद करेंगे अधिकारी
स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारी स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लेंगे जिसके लिए वह स्वयं मैदान में उतरेंगे। वह सभी अधिकारी अलग-अलग जनपदों में जाकर स्थानीय लोगों से बातचीत करेंगे। इसके साथ वह सभी लोगों को केंद्र और राज्य सरकार के द्वारा संचालित स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी भी देंगे। साथ ही जनपद में राजकीय चिकित्सालयों, सामुदायिक सेंटर्स और वेलनेस सेंटर का निरीक्षण भी करेंगे। अपने इस निरीक्षण की रिपोर्ट वह राज्य सरकार को भेजेंगे।
एक महीने तक होगा जायजा
प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की जमीनी हकीकत जानने के लिए स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारी 5 अक्टूबर से 5 नवंबर तक जनपदों में भ्रमण करेंगे। ऐसा करने से स्वास्थ्य सेवाओं की जमीनी हकीकत का पता चल जाएगा। वहीं ऐसा करने से राज्य की स्वास्थ्य सुविधाएं भी सही तरीके से सुधर जाएंगी।
जनता देगी स्वास्थ्य सुविधाओं का फीडबैक
स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारी स्वास्थ्य सेवाओं की सही और बारीक जानकारी जानने के लिए जनसंवाद करेंगे। इसमें वह लोगों से स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी हर महत्वपूर्ण जानकारी इकट्ठा करें। इसके साथ ही उन्हें केंद्रीय और राज्य स्तर की स्वास्थ्य योजनाओं से भी अवगत भी कराएंगे। इसके अलावा लोगों से वर्तमान में जारी स्वास्थ्य सुविधाओं का फीडबैक भी लेंगे।
इन स्वास्थ्य अधिकारियों को मिले जनपद
- स्वास्थ्य सचिव आर. राजेश कुमार को चम्पावत एवं पिथौरागढ़ जनपद
- मिशन निदेशक एनएचएम एवं अपर सचिव स्वास्थ्य स्वाति भदौरिया को देहरादून
- अपर सचिव स्वास्थ्य नमामि बंसल को नैनीताल व ऊधमसिंह नगर
- अमनदीप कौर को रुद्रप्रयाग व चमोली
- आनंद श्रीवास्तव को टिहरी व उत्तरकाशी
- गरिमा रौंकली को अल्मोड़ा व बागेश्वर
- महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ. विनीता शाह एवं संयुक्त सचिव स्वास्थ्य महावीर चौहान को पौड़ी
- निदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ. आशुतोष सयाना एवं संयुक्त सचिव स्वास्थ्य अरविंद सिंह पांगती को हरिद्वार जनपद की जिम्मेदारी सौंपी गई है।