अमेरिकी राजदूत ने दिल्ली के वायु प्रदूषण पर जताई चिंता, शहर की 1980 के लॉस एंजिल्स से की तुलना
अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी को दिल्ली के वर्तमान वायु प्रदूषण संकट और 1970-80 के दशक के लॉस एंजिल्स के प्रदूषित अतीत के बीच समानता दिखाई देती है । दिल्ली अपने गंभीर वायु प्रदूषण संकट से जूझ रही है जिसके बीच गार्सेटी ने एक हालिया बयान के माध्यम से अपनी चिंता व्यक्त की।
अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने दिल्ली के वर्तमान वायु प्रदूषण संकट और 1970-80 के दशक के लॉस एंजिल्स के प्रदूषित अतीत के बीच एक समानता होने की बात कही है। दिल्ली फिलहाल अपने गंभीर वायु प्रदूषण के संकट से जूझ रही है जिसके बीच गार्सेटी ने एक हालिया बयान के माध्यम से अपनी चिंता व्यक्त की।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की वायु गुणवत्ता लगातार तीन दिनों से “गंभीर” श्रेणी में बनी हुई है, जिससे पूरा शहर धुएं की धुंध में डूबा हुआ है। इस स्थिति को देखते हुए भारत में अमरीका के राजदूत एरिक गार्सेटी को अमरीका के लॉस एंजिल्स में बिताया अपना बचपन याद आ गया , जब इस शहर का वायु प्रदूषण सबसे खराब स्थिति में था। एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि कैसे, आज की दिल्ली की तरह, खतरनाक वायु गुणवत्ता के कारण लॉस एंजिल्स में बच्चों को खेलने के लिए बाहर जाने के लिए मना किया जाता था ।
“दिल्ली में इस तरह के दिन देख कर, लॉस एंजिल्स में बड़े होने की यादें ताजा हो जाती हैं, जहां की हवा उस समय अमेरिका में सबसे प्रदूषित हवा थी। जहां आज की तरह, हमें हमारे शिक्षकों द्वारा चेतावनी दी गई थी कि आप खेलने के लिए बाहर नहीं जा सकते, ठीक वैसे ही जैसे आज मेरी बेटी को उसके शिक्षक ने कहा जब मैंने उसे स्कूल छोड़ा,” गार्सेटी ने कहा।
#WATCH | On air pollution in Delhi, US Ambassador to India, Eric Garcetti says, “On a day like this in Delhi, it brings back memories of growing up in Los Angeles where the air was the most polluted air anywhere in America. Where like today, we were given warnings by our teachers… pic.twitter.com/9ijgH8we0h
— ANI (@ANI) November 2, 2023
गार्सेटी की यह टिप्पणी तब आई हैं जब दिल्ली गंभीर वायु प्रदूषण के संकट से जूझ रही है। वैज्ञानिक अगले दो हफ्तों में दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में प्रदूषण के स्तर में तेज वृद्धि को लेकर आशंकित हैं। कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) पहले ही खतरनाक 400 अंक को पार कर चुका है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों दोनों में अस्थमा और फेफड़ों की समस्याओं के संभावित रूप से बढ़ने पर चिंता व्यक्त की है।
दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक हाल के दिनों में बिगड़ता जा रहा है, बृहस्पतिवार सुबह 10 बजे यह 351 तक पहुंच गया था , बुधवार को अधिकतम 364 और शुक्रवार को न्यूनतम 261 था। दिल्ली में कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक गंभीर दर्ज किया गया और AQI 400 से अधिक रहा। इन क्षेत्रों में PM2.5 का स्तर सुरक्षित सीमा से छह से सात गुना अधिक था, जो 420 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक तक पहुंच गया।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने उन क्षेत्रों में निर्माण गतिविधियों पर पांच दिनों के प्रतिबंध की घोषणा की है जहां AQI 400 से अधिक है। वाहन प्रदूषण को कम करने के लिए, सरकार ने “रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ” अभियान शुरू किया है और सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने के लिए 1,000 निजी CNG बसें किराए पर लेने की बात कही है।