Mussoorie News : यूपीसीबी ने दिया मसूरी के 27 होटलों को बंद करने का आदेश
एक सख्त कार्रवाई में, उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीसीबी) ने बुधवार को मसूरी में 27 होटलों - जिनमें कुछ प्रमुख प्रतिष्ठान भी शामिल हैं- को नोटिस जारी किया है और उन्हें तत्काल प्रभाव से अपनी संपत्तियों को बंद करने का आदेश दिया है ।
उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीसीबी) ने मसूरी के 27 होटलों को बंद करने का नोटिस जारी किया है, जिनमें कुछ आलीशान और प्रमुख प्रतिष्ठान भी शामिल हैं। एक अंग्रेजी दैनिक अखबार में छपी खबर के अनुसार (यूपीसीबी) ने बुधवार को इन होटलों को नोटिस जारी किया और उन्हें तत्काल प्रभाव से अपनी संपत्तियों को बंद करने का आदेश दिया। यूपीसीबी ने इन संपत्तियों की बिजली आपूर्ति में कटौती करने के लिए बिजली विभाग को भी लिखा है।
यह कदम नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) द्वारा उन होटलों के खिलाफ कार्रवाई करने में विफल रहने के लिए यूपीसीबी की आलोचना के बाद आया है जो झरनों से अतिरिक्त पानी ले रहे थे या अपर्याप्त सीवेज निपटान कर रहे थे। दो प्रमुख होटलों, वेलकमहोटल सेवॉय और जेपी रेजीडेंसी मैनर को भी पर्यावरणीय क्षति के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है और जुर्माना लगाया गया है।
होटलों पर नकेल कसने का कदम एनजीटी द्वारा मसूरी में झरनों से अतिरिक्त पानी खींचने वाले होटलों या जिनके सीवेज निपटान पर्याप्त नहीं थे, उनके खिलाफ कार्रवाई करने में विफल रहने के लिए यूपीसीबी की खिंचाई के बाद उठाया गया है।
जब यूपीसीबी टीम ने साइटों का निरीक्षण किया तो 27 होटलों में से नौ चालू थे, जबकि बाकी नवीकरण या अन्य कारणो से बंद थे। 6 नवंबर को नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) को सौंपी गई “कार्रवाई रिपोर्ट” में, यूपीसीबी ने कहा था कि उसने 282 होटलों/होमस्टे की निगरानी की थी और पाया कि उनमें से 215 के पास पर्यावरण संबंधी वैध प्राधिकरण नहीं था ।
अब शहर के दो प्रमुख होटलों – वेलकमहोटल सेवॉय और जेपी रेजीडेंसी मैनर – को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है, जिसमें नुकसान पहुंचाने के लिए मुआवजे के रूप में सेवॉय पर 50 लाख रुपये और जेपी पर 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
जिन 27 होटलों के पास संचालन के लिए वैध सहमति नहीं थी यूपीसीबी की टीम द्वारा उन्हें बंद करने का नोटिस जारी किया गया है। होटलों को जवाब देने के लिए 30 दिन का समय दिया गया है।