#UnistallUnacademy : शिक्षक को बर्खास्त करने को लेकर हो रही Unacademy की आलोचना
Unacademy ने एक शिक्षक को बर्खास्त कर दिया है । इस शिक्षक ने छात्रों से पढे लिखे लोगों को वोट देने की अपील की थी । इसको लेकर कंपनी को भारी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है ।
Unacademy को एक शिक्षक को बर्खास्त करने के फैसले पर भारी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है । अपने वीडियो में शिक्षक ने छात्रों से “अनपढ़ राजनेताओं जो केवल नाम बदलने पर ध्यान केंद्रित करते हैं” को वोट न देने की अपील की थी।
करण सांगवान नामक इस शिक्षक ने क्लास लेते समय अपने छात्रों से अपील की थी “ अपना वोट पढे – लिखे लोगों को दीजिए क्यूंकी अनपढ़ लोग केवल नाम बदलने पर अपना ध्यान केंद्रित करते हैं । “
देखे विडिओ –
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इस बात को लेकर #UnistallUnacademy ट्रेंड कर रहा है । ट्यूटर करण सांगवान को बर्खास्त करने के कारण एजुकेशन टेक प्लेटफॉर्म की आलोचना हो रही है । वही विपक्षी नेताओं समेत कई लोगों अभिव्यक्ति की आजादी को दबाने का आरोप लगाते हुए इस कदम की निंदा की है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इसकी आलोचना की, एक्स पर उन्होंने लिखा , “क्या पढ़े लिखे लोगों को वोट देने की अपील करना अपराध है? यदि कोई अनपढ़ है, व्यक्तिगत तौर पर मैं उसका सम्मान करता हूँ। लेकिन जनप्रतिनिधि अनपढ़ नहीं हो सकते। ये साइंस और टेक्नोलॉजी का ज़माना है। 21वीं सदी के आधुनिक भारत का निर्माण अनपढ़ जनप्रतिनिधि कभी नहीं कर सकते।,”
क्या पढ़े लिखे लोगों को वोट देने की अपील करना अपराध है? यदि कोई अनपढ़ है, व्यक्तिगत तौर पर मैं उसका सम्मान करता हूँ। लेकिन जनप्रतिनिधि अनपढ़ नहीं हो सकते। ये साइंस और टेक्नोलॉजी का ज़माना है। 21वीं सदी के आधुनिक भारत का निर्माण अनपढ़ जनप्रतिनिधि कभी नहीं कर सकते। https://t.co/YPX4OCoRoZ
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) August 17, 2023
शिव सेना (यूबीटी) नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने एक एक्स पर ट्यूटर को नौकरी से निकालने के लिए ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म Unacademy की आलोचना की । उन्होंने अंग्रेजी में ट्वीट कर कहा , “ साक्षर राजनेताओं को वोट दें कहना पक्षपातपूर्ण राय कैसे है? क्या यह राय युवा मन पर सकारात्मक प्रभाव नहीं डालती? शर्म की बात है अगर केवल अपने इस विचार को व्यक्त करने से आपको अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ सकता है ।“
How does saying vote for literate politicians a biased opinion? Doesn’t that opinion positively influence young minds? Shame if merely expressing this view gets you to take someone’s job, Unacademy.
PS: Don’t understand why everyone felt Karan Sangwan, the professor’s opinion on… https://t.co/bbexnYhiOb
— Priyanka Chaturvedi🇮🇳 (@priyankac19) August 18, 2023
वही काँग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने Unacademy के संस्थापक रोमन सैनी की प्रधानमंत्री मोदी के साथ तस्वीर साझा करते हुए तंज कसा, “ जो लोग दबाव में झुक जाते हैं वे कभी अच्छे नागरिकों को शिक्षा नहीं दे सकते।”
Those who cower under pressure and get bullied can never help nurture citizens who stand up against all odds to take on this world.
Sad to see such spineless and weak people run an education platform.
Care to explain this though @RomanSaini @gauravmunjal pic.twitter.com/XFUdI5YJ8m
— Supriya Shrinate (@SupriyaShrinate) August 17, 2023
वही दूसरी तरफ Unacademy के संस्थापक रोमन सैनी एक्स पर इस पूरे विवाद अपनी टिप्पणी दी , उन्होंने लिखा , “ हम एक शिक्षा मंच हैं जो गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए गहराई से प्रतिबद्ध है। ऐसा करने के लिए हमने अपने सभी शिक्षकों के लिए एक सख्त आचार संहिता लागू की है, जिसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हमारे शिक्षार्थियों तक निष्पक्ष ज्ञान पहुंच सके ।”
We are an education platform that is deeply committed to imparting quality education. To do this we have in place a strict Code of Conduct for all our educators with the intention of ensuring that our learners have access to unbiased knowledge.
Our learners are at the centre of…
— Roman Saini (@RomanSaini) August 17, 2023
खबरों ने अनुसार Unacademy द्वारा उन्हें बर्खास्त किए जाने के बाद कारण सांगवान ने अपना खुद का YouTube चैनल शुरू कर दिया है और घोषणा की है कि वह इस विवाद के बारे में जल्द ही विस्तारपूर्वक अपनी बात रखे कहेंगे ।