Uttarakhand में लंबे समय से चल रहा बाघ और तेंदुए का आतंक
उत्तराखंड में लंबे समय से बाघ और तेंदुए का आतंक बना हुआ है। लोगों पर लगातार हमले हो रहे है। वहीं पिछले 48 घंटों में बाघों ने दो लोगो की जान ली है। बाघ के इन हमले के बाद महिला की मौत होने से ग्रामीणों में आक्रोश दिख रहा है।
उत्तराखंड में बाघ और तेंदुए के हमलों का शिकार ग्रामीण बन रहे है। नैनीताल में पिछले 48 घंटों में बाघों ने दो लोगो की जान ली है। जिसके कारण कॉर्बेट पार्क के ढेला और झिरना पर्यटन जोन में की पर्यटकों की आवाजाही ठप कर दी है। जिसके कारण पंजाब के जेड प्लस सुरक्षा प्राप्त एक वीआईपी को भी ग्रामीणों के आक्रोश का सामना कर लौटना पड़ा है। बाघों से अपनी सुरक्षा को लेकर ग्रामीण चिंतित हैं और सरकार से बड़ा मुआवजा दिए जाने की मांग कर रहे हैं। इसके साथ ही आदम खोर बाघों को शिफ्ट करने की मांग की जा रही है।
वहीं इन सबके बीच आज सुबह तड़के 4 बजे नैनीताल के प्रसिद्ध घोड़ाखाल मंदिर में गुलदार घूमता हुआ सीसीटीवी में कैद हुआ है। सीसीटीवी फुटेज में साफ दिख रहा है कि गुलदार मंदिर परिसर में गोल्ज्यू देवता के मंदिर से गुजरता हुआ बाहर जा रहा है।
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में भी लंबे समय से बाघ की दस्तक से लोग दहशत में हैं। पिछले वर्ष ही मसूरी के सिंघली गांव में बाघ ने 4 साल के बच्चे को अपना निवाला बना लिया था। इसके अलावा वर्ष की शुरुआत में कैनाल रोड पर 3 बाघों के झुंड ने एक 12 साल के बच्चे पर हमला कर दिया था।