एफडीए विजिलेंस की टीम पर हमला, तीन पर मुकदमा
देहरादून। एफडीए विजिलेंस देहरादून की टीम पर कुछ लोगों ने हमले का प्रयास किया। आगामी त्योहार के मद्देनजर मिलावट पर लगाम लगाने के लिए चलाए गए अभियान के दौरान यह हमला किया गया। आरोप है कि आरोपी पक्ष ने टीम से मोबाइल छीन लिया।
जानकारी के अनुसार गुरुवार शाम को खाद्य सुरक्षा की टीम ने सैंपलिंग को लेकर टीम गठित की गई थी। खाद्य सुरक्षा अधिकारी पीसी जोशी ने मीडिया को बताया कि धर्मपुर नेहरू कॉलोनी क्षेत्र में सैंपलिंग के लिए टीम गई थी ।
टीम ने धर्मपुर चौक पर दो वैन को रोका, जिसमें पनीर होने पर सैंपल लिया गया। पनीर सहारनपुर से देहरादून में सप्लाई के लिए लाया गया था। वहीं, फूड सेफ्टी विजिलेंस के उप निरीक्षक जगदीश प्रसाद रतूड़ी ने छह नंबर पुलिया के पास से एक दूध वैन को रोका। इसमें पनीर मौजूद था। आरोप है कि वाहन रोकने पर सप्लायर ने टीम पर हमले का प्रयास किया और उनके मोबाइल छीन लिए। हमले की सूचना मिलते ही दूसरी टीम यहां पहुंची। वाहन से पनीर के सैंपल क्वालिटी जांच के लिए राजकीय लैब भेजे गए। टीम ने नेहरू कॉलोनी पुलिस को बुलाया और मामले की सूचना दी। वहीं, नेहरू कॉलोनी में तीन लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है।
यह कार्रवाई फूड सेफ्टी टीम एवं एफडीए विजिलेंस टीम की ओर से लगातार जारी रहेगी। थाना नेहरू कॉलोनी इंस्पेक्टर मुकेश त्यागी ने बताया कि एफडीए विजिलेंस के दरोगा जगदीश रतूड़ी ने तहरीर देकर बताया धर्मपुर नेहरू कॉलोनी क्षेत्र में मिलावटी दूध, मावा, पनीर के विरुद्ध अभियान चलाकर चेकिंग की जा रही थी। टीम के साथ तीन व्यक्तियों द्वारा सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न कर मारपीट की गई और मोबाइल छीनने का प्रयास किया गया। मुकदमा दर्ज कर लिया गया। एक नाबालिग, दो अन्य आरोपी मोहम्मद काशिफ पुत्र मोहम्मद इकबाल निवासी मोहिनी रोड और रोहित यादव पुत्र रामदेव यादव निवासी लोअर राजीव नगर देहरादून का नाम प्रकाश में आया है। आरोपियों के खिलाफ अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।