आप नेता संजय सिंह के इस ट्वीट पर मची खलबली, दबाव में वापस ली गई कार्रवाई
देहरादून- विश्व प्रसिद्ध द दून स्कूल में पढ़ रहे एक केंद्रीय मंत्री के बेटे और एक पूर्व मुख्यमंत्री के नाती पर स्कूल प्रशासन ने कार्रवाई की है। दिनभर उनके नकल में पकड़े जाने की चर्चा का खंडन करते हुए स्कूल प्रशासन ने स्वीकारा कि हॉस्टल से जुड़े नियमों का मामूली उल्लंघन करने पर उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है। शुक्रवार को दिनभर एक केंद्रीय मंत्री के बेटे और एक पूर्व मुख्यमंत्री के नाती के दून स्कूल में बोर्ड परीक्षा के दौरान अनुचित साधनों का प्रयोग करने की चर्चाएं सोशल मीडिया में चलती रही। चर्चा इस बात की भी थी कि दोनों छात्रों को स्कूल प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई करते हुए हॉस्टल से निष्कासित कर दिया है लेकिन दबाव में कार्रवाई वापस ले ली गई। शाम को स्कूल प्रशासन की ओर से सभी चर्चाओं पर विराम लगा दिया गया। स्कूल पीआरओ कीर्तिका जुगरान की ओर से एक बयान जारी किया गया, जिसमें कहा गया कि कुछ ऑनलाइन प्लेटफार्म में प्रकाशित खबर तथ्यात्मक रूप से गलत है। दो छात्रों पर हॉस्टल के नियम तोड़ने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है। यह स्कूल के नियम-नीति से जुड़ी एक सामान्य प्रक्रिया है। वहीं, स्कूल प्रशासन ने छात्रों को हॉस्टल से निष्कासित करने की सूचना का भी खंडन किया है।आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने इस पर ट्वीट किया। इसके बाद मामला गरमा गया। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री के बेटे और पूर्व सीएम के नाती के नकल करते पकड़े जाने के बाद प्रिंसिपल ने कार्रवाई तो की, लेकिन दबाव बनाकर कार्रवाई रोक दी गई। उधर, फिल्म निर्माता विनोद कापड़ी ने भी इस पर रिट्वीट किया।