पांचवा धाम कहे जाने वाले सेम नागराजा का दो दिवसीय मेला हुआ समाप्त
सेम मुखेम नागाराजा मंदिर काे पांच कुंतल फूलाें की माला और बिजली की राेशनी से जगमग किया गया था।
टिहरी में पांचवा धाम कहे जाने वाले सेम नागराजा मंदिर में त्रैवार्षिक दो दिवसीय मेले का समापन हुआ। इस अवसर पर बड़ी संख्या में दूर दूर से आए विभिन्न क्षेत्रों के श्रद्धालु भगवान नागराज के दर्शन करने और मेले का आनन्द लेने के लिये पहुंचे हुए थे। मेले को देखते हुए पहले से ही बहुत तैयारी की गई थी।सेम नागराजा टिहरी जनपद के सेम मुखेम में स्थित है। जिसकी एक अलग पौराणिक मान्यता है।
दो दिवसीय मेला
हर तीसरे वर्ष आयोजित हुए सेम मुखेम मेले में पौड़ी, उत्तरकाशी, रूद्रप्रयाग, चमोली और देहरादून जिलों से बड़ी संख्या में सुबह से ही श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया था। दो दिवसीय इस मेले की प्रथम रात्रि को यानी रविवार को आयोजित हुए रात्रि जागरण कार्यक्रम का भव्य आयोजन हुआ था।
मंदिर समिति के प्रबंधक विजय पाेखरियाल ने बताया कि सेम मुखेम नागाराजा मंदिर काे पांच कुंतल फूलाें की माला और बिजली की राेशनी से जगमग किया गया था। इस मौके पर मेला संयाेजक व जिला पंचायत सदस्य रेखा असवाल, मंदिर समिति के अध्यक्ष गाेविंद रावत, डाॅ. बिजेंद्र असवाल, आरती देवी, संदीप कलूडा, धनपाल कैंतुरा माैजूद रहे थे।