अंकिता हत्याकांड के बाद एक्टिव हुआ सिस्टम : प्रदेशभर में पांच हजार से ज्यादा होटल, रिजॉर्ट और होम स्टे का सत्यापन
प्रदेश को झकझोर देने वाले अंकिता हत्याकांड के बाद हरकत में आए पुलिस प्रशासन ने प्रदेशभर में पांच हजार से ज्यादा (5,496) होटल, रिजॉर्ट एवं होम स्टे का सत्यापन किया है। इस दौरान अनियमितताएं पाए जाने पर 612 के खिलाफ कार्रवाई भी की गई। इस दौरान मानकों का उल्लंघन करने वाले 23 होटल, होम स्टे और रिजॉर्ट को सील भी किया गया। अंकिता हत्याकांड के बाद पुलिस की यह बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। पौड़ी जिले के यमकेश्वर क्षेत्र स्थित वनंतरा रिजॉर्ट में काम करने वाली 19 वर्षीय किशोरी अंकिता की बीते सितंबर महीने में हत्या कर दी गई थी। 18 सितंबर की शाम रिजॉर्ट से गायब हुई अंकिता का शव 24 सितंबर को ऋषिकेश स्थित चीला बैराज से बरामद हुआ था।
अंकिता की हत्या के आरोप में वनंतरा रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस हत्याकांड के बाद प्रदेशभर में मौजूद तमाम होटल, रिड़र्ट एवं होम स्टे के सत्यापन की मांग जोरशोर से उठ रही थी जिसे देखते हुए पुलिस ने यह कार्रवाई की। प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने सभी जिलों में होटल, रिजॉर्ट और होम स्टे का सत्यापन कर उचित कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता एडीजी वी मुरुगेशन ने बताया कि डीजीपी के निर्देश के बाद चलए गए सत्यापन अभियान के तहत सभी 13 जिलों में स्थित 5,496 होटल, रिजॉर्ट एवं होम स्टे का सत्यापन किया गया। उन्होंने बताया कि 612 पर पुलिस एक्ट, आबकारी एक्ट के तहत चालान की कार्रवाई की गई, जबकि 23 होटल, होम स्टे और रिजॉर्ट को सील किया गया। सत्यापन अभियान के तहत सबसे ज्यादा 945 होटल, रिजॉर्ट एवं होम स्टे का सत्यापन नैनीताल जिले में किया गया। अन्य जिलों की बात करें तो देहरादून में 724, उत्तरकाशी में 716 चमोली में 584, टिहरी में 580, रुद्रप्रयाग में 471, हरिद्वार में 417, पौड़ी में 357, ऊधमसिंह नगर में 186, अल्मोड़ा में 183, चंपावत में 123, पिथौरागढ़ में 119 और बागेश्वर में 101 होटल, रिजॉर्ट एवं होम स्टे का सत्यापन किया गया।