ऐसे होगा पहाड़ स्वस्थ ? हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल के एकमात्र सर्जन ने भी छोड़ी नौकरी
उत्तराखंड में स्वास्थय सेवाओं पर आए दिन प्रश्न चिन्ह लगता रहता है । अक्सर हम स्वास्थय सेवाओं के लिए जूझते लोगों की खबरें सुनते रहते हैं ।
एक और वाकया कुमांऊ मंडल के हल्द्वानी शहर का सामने आया है ।
दरअसल हल्द्वानी शहर के सुशीला तिवारी अस्पताल में सालों से कार्यरत एकमात्र प्लास्टिक सर्जन डा. हिमांशु सक्सेना ने भी नौकरी छोड़ दी है । डॉ हिमांशु वर्षों से सुशीला तिवारी अस्पताल में कार्यरत थे । कुमांऊ के लगभग सभी जिलों से इस अस्पताल में मरीज इलाज के लिए जाते हैं ।
चर्चा है कि काम का दबाव और अब तक स्थायी नियुक्ति न होने के चलते प्लास्टिक सर्जन डा. हिमांशु सक्सेना ने अपना कांट्रेक्ट रिन्यूवल ही नहीं कराया। एसटीएच में प्लास्टिक सर्जन 10 वर्ष से कार्यरत हैं। वर्ष 2016 से एसोसिएट प्रोफेसर हैं, लेकिन संविदा पर ही कार्यरत हैं।
इस बीच एक और प्लास्टिक सर्जन ने ज्वाइन किया था, लेकिन वह छह महीने भी नहीं टिके। इतने वर्षों से अकेले ही डा. सक्सेना सेवाएं दे रहे हैं।
ऐसा नहीं कि पहली बार प्लास्टिक सर्जन ने नौकरी छोड़ दी है। पहले भी सरकार और शासन स्तर पर सहयोग नहीं मिलने की वजह से कई सुपरस्पेशलिस्ट संस्थान छोड़ चुके हैं। इसमें न्यूरोसर्जन, कार्डियोलाजिस्ट भी शामिल हैं। इस समय अस्पताल 40 प्रतिशत डाक्टरों की कमी में संचालित हो रहा है।