देहरादून से मसूरी का सफर अब होगा मात्र 10 से 15 मिनट में तय , सड़क के जाम से मिलेगी आजादी
संवाददाता -मनोज कश्यप
देहरादून – देहरादून से मसूरी की दूरी लगभग 34 किलोमीटर है जिसको तय करने में डेढ़ से 2 घंटे भी लग जाते हैं इतना ही नहीं यदि आप रविवार या शनिवार को देहरादून से मसूरी जाने की सोच रहे हैं तो आपको जाम से निकलने के लिए तीन से चार घंटे भी लग सकते है। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि अब आप दून से मसूरी का सफर मात्र 10 से 15 मिनट में तय कर सकते हैं। इतना ही नहीं आप हो वाहन पार्किंग से भी छुटकारा मिलेगा क्योंकि जल्दी ही सरकार धूम से मसूरी तक के लिए रोपवे बनाने जा रही है। दून से मसूरी के बीच बनने वाला रोपवे दोनों शहरों के लिए रोमांच और पर्यटन की नई संभावनाओं के द्वार खिलेगा। इसके निर्माण के बाद पूरे क्षेत्र की तस्वीर बदल जायेगी। दून में मसूरी रोड से पुरकुल तक का क्षेत्र नए सिरे से विकसित होगा। पहाड़ों की रानी कहे जाने वाली मसूरी में भी नए विकास कार्यों को गाती मिलेगी।इन विकास कार्यों से पर्यटकों और स्थानीय लोगों को लाभ मिलेगा।
एशिया का दूसरा सबसे लंबा रोपवे बनाएगा दून और मसूरी के बीच
देहरादून और मसूरी के बीच बनने वाला यह रोपवे (5.6 किमी) एशिया में दूसरा सबसे लंबा होगा। यह हांगकांग के गोंगपिंग 360 (5.7 किमी) से महज सौ मीटर ही छोटा है। अभी एशिया में दूसरा सबसे लंबा रोपवे जोशीमठ-औली है, जिसकी लंबाई 4.15 किमी है। इसके अलावा गुजरात के गिरनार में 2.3 किमी, असम में ब्रह्मपुत्र नदी के ऊपर 1.8 किमी और हिमाचल के धर्मशाला में 1.75 किमी लंबाई के रोपवे हैं या उनका निर्माण चल रहा है।
मसूरी के जाम से मिलेगी निजात
यूं तो मसूरी से हैं पहाड़ों की रानी के नाम से जाना जाता है लेकिन यहां पर लगने वाले जाम की वजह से यात्रियों को स्थानीय लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, क्योंकि मसूरी में पार्किंग की कमी है। रोपवे बनने के बाद यहां आने वाले यात्रियों और पर्यटकों को जाम से छुटकारा मिल सकता है। मसूरी आने व जाने के लाइब्रेरी चौक पर रोपवे का स्टेशन होगा, जहां पर पर्यटक रोपवे से अपनी यात्रा शुरू और खत्म करेगे । ऐसे में इस पूरे इलाके में बड़े पैमाने पर ढांचागत निर्माण होगा। इसी तरह, मसूरी रोड से पुरकुल को जोड़ने वाले इलाके की सड़कों को बेहतर किया जाएगा।अभी वहां सड़कें यातायात का बहुत अधिक दबाव झेलने की स्थिति में नहीं हैं। इसके अलावा दोनों स्थानों पर पर्यटन सुविधाओं से जुड़े कई नए काम भी शुरू होंगे, जिससे कई लोगों को रोजगार मिलेगा। इसके अलावा लोगों को उस परेशानी और झुंझलाहट से भी राहत मिलेगी, जो दून-मसूरी के सफर के दौरान अक्सर लगने वाले जाम के कारण होती है।
रोपवे शुरू होने के बाद कैसे होगा मसूरी में ट्रैफिक का दबाव कम
देहरादून से मसूरी के बीच रोपवे शुरू होने से मसूरी और देहरादून की सड़को पर ट्रैफिक का दबाव निश्चित रूप से कम होगा। लेकिल रोपवे की शुरुआत के बाद मसूरी रोड से पुरकुल के बीच ट्रैफिक बहुत अधिक बढ़ जाएगा। योजना के अनुसार, पर्यटकों के वाहन रोपवे के पास मल्टीस्टोरी पार्किंग में खड़े कर दिए जाएंगे। यहां से पर्यटक रोपवे के जरिये लाइब्रेरी चौक मसूरी पहुंचेंगे। यहां पर उनके लिए इलेक्ट्रिक कार्ट उपलब्ध रहेगी, जिसकी मदद से वो पहाड़ों की रानी घूम सकेंगे। यात्री वाहनों की तादाद कम होने से मसूरी में पर्यटन सीजन के दौरान अक्सर लगने वाले जाम से भी निजात मिल सकेगी।