हेमकुण्ड साहिब में मौसम में की पहली बर्फवारी : 10 अक्टूबर को बन्द होंगे कपाट
उत्तराखंड में सिक्खों के सबसे पवित्र तीर्थ स्थल हेमकुण्ड साहिब बर्फ की चादर से ढ़क चुका है अभी सर्दियां शुरू भी नहीं हुई हैं कि हेमकुण्ड साहिब में मौसम की पहली बर्फवारी हो चुकी है । बर्फवारी होने के बाद हेमकुण्ड साहिब और भी ज्यादा खूबसूरत दिख रहा है । हेमकुण्ड साहिब में इस बार श्रद्धालुओं कि रिकार्ड तोड़ संख्या रही, इस बार श्रद्धालुओं की कुल संख्या लगभग दो लाख से ज्यादा रही जो की पिछले 3 सालों में सबसे ज्यादा है ।
हेमकुण्ड साहिब के कपाट इस बार 10 अक्टूबर को बंद होंगे ।
क्यों है हेमकुण्ड साहिब खास ?
नार्दन इंडिया के हिमालयन रेंज में 15,200 फिट की ऊंचाई पर स्थित हेमकुण्ड साहिब सिक्खों का एक बहुत प्रचलित तीर्थ स्थल है ।
सिक्खों के दसवे और आखिरी गुरू गुरू गोविन्द सिंह पर आधारित बायोग्राफी ‘बछित्तर नाटक’ के अनुसार खुद गुरू गोविन्द सिंह ने पिछले जन्म में यहां तपस्या की थी । इसीलिए इस तीर्थ स्थल की इतनी मान्यता है ।
हेमकुण्ड साहिब के आगे एक तालाब भी है जिसे लोकपाल कहते हैं यहां भगवान लक्ष्मण का मंदिर भी है ।