11 अक्टूबर को बंद किये जाएंगे गुरुद्वारा हेमकुंड साहिब और लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट
गुरुद्वारा हेमकुंड साहिब और लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट बंद होने की तिथि 11 अक्टूबर घोषित हो चुकी है और कपाट बंद होने के साक्षी बनने के लिए देश के कई राज्यों से श्रद्धालुओं की पहुँचने की उम्मीद है। गुरुद्वारा हेमकुंड साहिब के कपाट बंद होते समय राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) के भी वह मौजूद रहने की ख़बर है।
चमोली जिले में समुद्रतल से 15225 फीट की ऊंचाई पर स्थित सिखों की आस्था का केंद्र गुरुद्वारा हेमकुंड साहिब और लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट बंद करने की तैयारी शुरू हो गयी है। सिखों के दसवें गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह जी (1666-1708) को यह गुरुद्वारा समर्पित है और इसका उल्लेख स्वयं गुरु जी को समर्पित कृति दशम ग्रांट में भी मिलता है। धाम को गेंदे के फूलों से सजाया जा रहा है। दोनों धाम के कपाटों को बंद करने का समय 11 अक्टूबर को दोपहर डेढ़ बजे निर्धारित किया गया हैं। आपको बता दें की कपाट बंद होने के मौके पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) का भी हेमकुंड साहिब पहुंचने का कार्यक्रम है।
हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेंद्रजीत सिंह बिंद्रा ने गोविंदघाट में जानकारी देते हुए बताया कि कपाट बंद होने के समय दर्शन करने के लिए पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ व दिल्ली से तीर्थयात्री बड़ी संख्या में गोविंदघाट और घांघरिया पहुंचने लगे हैं। वही इस वर्ष अब तक 1.75 लाख तीर्थयात्री दरबार साहिब में मत्था टेक चुके हैं।
कपाट बंद होने कि जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि 11 अक्टूबर को धाम के कपाट बंद करने की प्रक्रिया सुबह दस बजे से शुरू होगी। सुखमणि साहिब पाठ के बाद 11:15 बजे सबद-कीर्तन होंगे और इसके करीब सवा घंटे बाद इस साल की अंतिम अरदास पढ़ी जाएगी। दोपहर एक बजे गुरुग्रंथ साहिब का हुक्मनामा लिया जाएगा और फिर पंज प्यारों की अगुआई में गुरुग्रंथ साहिब को दरबार साहिब से सतखंड साहिब ले जाया जाएगा। इसके बाद शीतकाल के लिए धाम के कपाट बंद कर दिए जाएंगे। इस मौके पर गुरुद्वारा गोविंदघाट के वरिष्ठ प्रबंधक सरदार सेवा सिंह भी मौजूद रहे।