देश में हुए स्वछता सर्वेक्षण में एक बार फिर इंदौर शहर ने प्रथम स्थान हासिल कर लगातार सातवीं बार स्वछता का ताज अपने सर पर सजा लिया है। इस श्रेणी में सूरत दूसरे और नवी मुंबई तीसरे स्थान पर है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वच्छ सर्वेक्षण सम्मान-2023 के विजेताओं को पुरस्कार दिए। राज्यों की बात करे तो पहले स्थान पर महाराष्ट्र, दूसरे स्थान पर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ तीसरे पायदान पर है।
देहरादून शहर की बात करें तो दून शेहरे सिर्फ एक कदम आगे बढ़ा है और 68वें स्थान पर पहुंचा है। स्वच्छ शहरों में शीर्ष -50 में आने का दावा दून शहर कर रहा था। लेकिन स्वछता मानकों पर देहरादून शहर पिछड़ गया। देहरादून निगम ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 में कूड़ा पृथकीकरण, कूड़ा प्रसंस्करण में काफी कम अंक प्राप्त किए। नाले-नालियों की सफाई में एक भी अंक नहीं मिला जिससे यह बात साफ़ है की साफ़-सफाई में अब भी देहरादून शहर बहुत पीछे है।
साफ़ सफाई को लेकर जो भी दावे किये जा रहे थे वह सब फेल साबित हुए। आठवें स्वच्छ सर्वेक्षण में शामिल राज्य के आठ शहरों में कोई भी एक ऐसा शहर नहीं है जो मानकों पर खड़ा उतरा हुआ हो। घर-घर कूड़ा उठाने के आंकड़ों से भी सफाई अभियान पूरी तरह से फिसड्डी साबित हो गया है। देहरादून नगर निगम के पांच सालों के प्रदर्शन को देखें तो जागरूकता अभियान, लोगो की भागीदारी और करोड़ो रूपए खर्च करने के बाद भी हम सिर्फ एक कदम ही आगे बड़े है।
अपने शहर को स्वछता में अच्छे अंकों में लाने हेतु हम सब को मिल कर प्रयास करना होगा। केवल निगमों की जिम्मेदारी पर हमे यह सब नहीं छोड़ना चाहिए। हर एक व्यक्ति को साफ़ सफी का खास ख्याल रखना होगा और न केवल अपने लिए बल्कि अपने आस पास भी जितना हो सके उतनी सफाई रहेगी तो हमें भी स्वछता रैकिंग में अव्वल आने से कोई नहीं रोक सकता।