एसटीएफ की साइबर इकाई ने किया बिजली के बिल जमा करने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के शातिर अपराधी को गिरफ्तार।
जहाँ एक तरह एसटीएफ की साइबर पुलिस प्रतिदिन लोगों का पैसा वापस करा रही है वहीं भारत के अलग-अलग कोने में छिपे साइबर अपराधियों की धरपकड़ करती रहती है। एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल द्वारा बताया गया की एसटीएफ के अधीन साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून उत्तराखण्ड द्वारा भारत के विभिन्न कोनो में बिजली का बिल जमा कराने के नाम पर 10 लाख की धोखाधडी करने वाले गिरोह के एक सदस्य को राजस्थान से गिरफ्तार किया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ ने यह भी जानकारी दी की इस अभियुक्त की गिरफ्तारी के साथ क्रैडिट कार्ड के माध्यम से धोखाधड़ी करने के तरीके को पर्दाफाश हुआ है भविष्य में ऐसे गिरोह पर गैंगस्टर की कार्यवाही भी अमल में लायी जा सकती है साइबर अपराधी आम जनता की गाढ़ी कमाई हड़पने के लिए अपराध के नये-नये तरीके अपनाकर धोखाधड़ी कर रहे है। इसी परिपेक्ष्य में ठगों द्वारा बिजली का बिल जमा के नाम पर लिंक भेज कर लाखों रुपये की धोखाधडी की जा रही है ऐसे में एक प्रकरण साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को मिला है जिसमें शिकायतकर्ता रविकान्त उपाध्याय के साथ अज्ञात अभियुक्तो द्वारा स्वंय को बिजली विभाग से बताते हुए शिकायतकर्ता से विभिन्न नम्बरों से सम्पर्क कर बिजली का बिल जमा न होने की बात कहकर शिकायतकर्ता से QUICK SUPPORT एप डाउनलोड करवाकर लिंक भेजकर निजि जानकारी प्राप्त कर खाते से 9,93,994/- रुपये की धनराशि प्राप्त करने सम्बन्धी शिकायत के आधार पर साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून पर मु0अ0सं0 24/22 धारा 420 भादवि व 66(डी) आईटी एक्ट का अभियोग पंजीकृत किया गया तथा विवेचना साइबर थाने के निरीक्षक श्री देवेन्द्र नबियाल को सौंपी गयी।