एसटीएफ ने किया वन्य जीवों का शिकार कर उनके अंगों की तस्करी करने वाले तस्कर को गिरप्तार
देहरादून : उत्तराखण्ड एसटीएफ द्वारा ईनामी अपराधियों पर कार्यवाही के अलावा अन्य संगठित अपराधों पर भी कार्यवाही करने की योजना बना ली है। वन्य जीव जन्तु के अंगों की तस्करी एक संगठित् अपराध है । इसके लिये कुछ दिन पहले एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल द्वारा अपनी एसटीएफ की टीमों को इस संगठित अपराध के खिलाफ भी कार्यवाही करने के लिए निर्देश दिये गये थे। जिसके जिसके चलते एसटीएफ की एक टीम द्वारा जनपद हरिद्वार में वन्य जीव जन्तुओं के शिकार व इनके अंगो की तस्करी में लिप्त अपराधियों को चिन्हित कर उनके सम्बन्ध में खुफिया सूचनायें एकत्रित की जा रही थी, बतादें कि STF टीम को सूचना प्राप्त हुई कि जनपद हरिद्वार नगर के कलियर क्षेत्र में वन्य जीव जन्तु के अंगो के तीन अन्तर्राष्ट्रीय तस्कर हाथी दांत का सौदा करने की फिराक मे है। इस सूचना पर स्पेशल टास्क फोर्स की टीम ने स्थानीय वन विभाग और कलियर थाना टीम के साथ मिलकर संयुक्त कार्यवाही करते हुए कलियर क्षेत्र से एक अभियुक्त लोकेश बजाज निवासी आवास विकास कालोनी थाना सदर,जनपद शहाजनपुर,उत्तर प्रदेश को 2 हाथी दांत जिसकी अंतरराष्ट्रीय मार्केट में कीमत लगभग 55 लाख रूपए है,के साथ गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गये तस्कर के साथ दो अन्य तस्करों के नाम भी प्रकाश में आये हैं जो इस तस्कर के साथ बरामद हाथी दांत को अंतर्राज्यीय बाजार में बेचने की फिराक में थे। प्रकाश में आये दोनों वन तस्कर नौशाद व रिजवान घना कोहरे का फायदा उठाकर मौके से भागने में सफल रहें। जिनकी गिरप्तारी करने के लिए एसटीएफ अभी भी लगातार अलग अलग जगहों पर दबिश दे रही है। एसटीएफ टीम द्वारा गिरप्तार किए गए एवं फरार हो गए अभियुक्तगणों के विरुद्ध थाना कलियर हरिद्वार में वन्य जीव जन्तु संरक्षण अधिनियम के अन्तर्गत कई धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया। गिरफ्तार अभियुक्त से बरामद हाथी दांतों के संबंध में पूछताछ की जा रही है।