आर्थिक संकट में है, श्रीलंका चाहिए भारत का समर्थन
देहरादून -श्रीलंका में मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है बड़े ख़राब आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। अपने इस संकट की घड़ी में वह चाहता है कि अपने पड़ोसी देश यानि भारत की मदद। बताया जा रहा है, श्रीलंका में भारतीय उच्चायुक्त गोपाल बागले ने हाल ही में श्रीलंका के कृषि मंत्री से मुलाकात की। आपको बता दें इस प्रकार से भारतीय उच्चायोग के अनुसार, पिछले दो महीनों के दौरान भारत सरकार और भारत के लोगों द्वारा दान की गई 25 टन से अधिक दवाओं और चिकित्सा आपूर्ति का मूल्य एसएलआर 370 मिलियन के करीब है।
दिलाया पीएम मोदी ने मदद का भरोसा
बता दें कि 3.5 बिलियन अमरीकी डालर की आर्थिक सहायता और अन्य मानवीय आपूर्ति जैसे चावल, दूध पाउडर, मिट्टी के तेल आदि की आपूर्ति के अतिरिक्त है। ये प्रयास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘पड़ोसी पहले’ नीति की गवाही देते हैं जो लोगों से लोगों के जुड़ाव को अपने मूल में रखती है। श्रीलंका के लोगों के लिए जारी प्रतिबद्धता भारत और श्रीलंका के लोगों द्वारा एक-दूसरे की भलाई के लिए दिए गए महत्व को प्रमाणित करती है। साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने खाद्य सामग्री की किल्लत व अभूतपूर्व आर्थिक संकट का सामना कर रहे श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे को खाद की आपूर्ति का भरोसा दिया है।