रुड़की न्यायालय परिसर में गर्भपात कराने के लिए प्रार्थना-पत्र की सुनवाई हेतु आई गर्भवती दुष्कर्म पीड़िता ने न्यायालय परिसर में ही कीटनाशक खा लिया। जहरीला पदार्थ खाने के कारण महिला की तबियत बिगड़ गई। युवती द्वारा आत्मदाह का प्रयास करने पर वहां मौजूद लोगों के हाथ पैर फूल गए। आनन-फानन में युवती को उपचार के लिए सिविल अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर लाया गया। हालत में सुधार न होता देख उसे एम्स ऋषिकेश रेफर कर दिया गया।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के बदायूं की रहने वाली युवती भगवानपुर थाना क्षेत्र में किराये पर कमरा लेकर रह रही थी। इसी साल युवती की मुलाकात तैय्यब निवासी रोलाहेडी, थाना भगवानपुर से हुई थी।
आरोप है कि तैय्यब ने उसे शादी का झांसा देकर दुष्कर्म किया। बाद में शादी से इन्कार कर दिया। इसको लेकर दोनों पक्षों में पंचायत भी हुई और मामला थाने तक पहुंचा था। इसी बीच पता चला कि युवती गर्भवती है। इसी बीच पीड़िता ने एसएसपी से भी गुहार लगाई।
पीड़िता इस समय चार माह की गर्भवती है। उसने कुछ समय पहले गर्भपात कराने के लिए रुड़की के रामनगर स्थित प्रथम अपर सिविल जज जूनियर डिवीजन की कोर्ट में प्रार्थना-पत्र दिया था। इसी मामले को लेकर मंगलवार को पीड़िता कोर्ट की तारीख पर आई थी। सुनवाई के इंतजार में बैठी पीड़िता ने अचानक ही कीटनाशक गटक लिया। जहां बाद में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।
एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह ने बताया कि पीड़िता मानसिक रूप से बेहद परेशान है। यह बात भी सामने आयी है की जिस मकान मालिक द्वारा भी लगातार उसपर कमरा खाली करवाने को कहा जा रहा है साथ ही दुष्कर्म का आरोपी जेल में है और आरोपी पक्ष की ओर से मुकदमा वापसी के लिए लगातार दवाब बना रहे है जिससे पीड़िता तंग है। फिलहाल पीड़िता ने किस कारण से कीटनाशक का सेवन किया है, इस बारे में अभी कुछ कहा नहीं जा सकता है।