प्रेम प्रसंग मामले में अपनी प्रेमिका की सगाई कहीं और तय हो जाने से नाराज़ देहरादून साइबर थाने में तैनात एक मुख्य आरक्षी नरेश चंद ने अपनी ही प्रेमिका के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बता दें कि नरेश की प्रेमिका भी आरक्षी है और वह रुड़की सीपीयू में तैनात है।
जानकारी अनुसार जब सुबह नरेश थाने नहीं पहुंचे तो उनको फ़ोन किया गया लेकिन फ़ोन भी ऑफ आने क बाद वह लापता ही हो गए। जब थाने के अधिकारियों द्वारा नाश के परिजनों से इस बात की जानकारी ली गयी तो उन्हें भी कुछ पता नहीं था। जिसके बाद पुलिस ने नरेश की कॉल डिटेल और लोकेशन निकाली गई तो उसकी लोकेशन रुड़की के बीएसएम तिराहे पर मिली। जबकि सीडीआर में महिला सिपाही से लंबी बातचीत भी मिली। पुलिस अधिकारियों ने महिला सिपाही से जानकारी ली तो प्रेम प्रसंग का पता चला। इसके बाद महिला सिपाही भी आनन-फानन में रुड़की तहसील स्थित सीपीयू के कार्यालय पर पहुंची।
लोकेशन के आधार पर गंगनहर कोतवाली पुलिस रविवार की शाम को बीएसएम तिराहे पर पहुंची और महिला सिपाही के कमरे का दरवाजा खोलने का प्रयास किया तो वह अंदर से बंद मिला। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर देखा तो नरेश का शव कमरे की छत पर कुंडी से लटका था। कमरे का दरवाजा तोड़कर शव को फंदे से उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
पुलिस के अनुसार, देहरादून के प्रेम नगर निवासी नरेश चंद की वर्तमान में पुलिस साइबर थाना देहरादून में मुख्य आरक्षी पद पर तैनाती थी। बताया जा रहा है कि नरेश चंद का देहरादून निवासी रुड़की सीपीयू में तैनात महिला आरक्षी से प्रेम प्रसंग चल रहा था। कुछ दिन प्रेमिका के परिजनों ने उसकी सगाई कहीं और तय कर दी थी। जिसे लेकर वह परेशान चल रहा था और प्रेमिका पर शादी नहीं करने का दबाव बना रहा था।
मुख्य आरक्षी नरेश चंद कई बार रुड़की स्तिथ महिला सिपाही के किराये के कमरे में मिलने जाता था जिस कारण उसके पास भी एक अन्य चाबी रहती है।
महिला सिपाही के साथ-साथ उसके पास भी कमरे की एक चाबी रहती थी। शनिवार को वह महिला सिपाही से मिलने रुड़की आया था। लेकिन वह उसे रुड़की में नहीं मिली और कमरे का ताला बंद मिला। बताया जा रहा है कि इसके बाद नरेश चंद ने कमरे का ताला खोलकर आत्महत्या की है।