Rishikesh Ram Jhula Bridge closed : गंगा नदी में आया उफान, राम झूला में भू कटाव से आवाजाही बंद
पिछले कुछ महीनों से उत्तराखंड में बारिश तबाही का सबब बनी हुई है। जिससे बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कई जगहों पर दरारें आ गई है तो कही के सड़के ढह रही है।गंगा का जलस्तर भी बढ़ता जा रहा है। ऐसे में ऋषिकेश में भी गंगा नदी उफान पर है जिसके कारण पर्यटक स्थल राम झूला में दरार आ गई है ।
ऋषिकेश में पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र राम झूला पुल आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है। ऋषिकेश में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया है. गंगा की तेज धारा लोगों को डरा रही है।
गंगा नदी के पानी से तटीय इलाके में भू कटाव की समस्या पैदा हो गई है। गंगा नदी में स्थित भगवान भोलेनाथ की मूर्ति एक बार फिर पानी में समाने लगी है। गुरुवार को राम झूला पुल आवाजाही के लिए बंद करने का फैसला लिया गया.
राम झूला पुल कुछ दिनें के लिए हुआ बंद
भारी बारिश की वजह से मुनिकीरेती क्षेत्र में राम झूला पुल की नींव के निकट एक दरार आ गई है। नदी के बढ़ते जलस्तर और भूकटाव की वजह से टिहरी वाले छोर पर पुल का पुश्ता क्षतिग्रस्त हो गया है।
प्रशासन की ओर से सावधानी बरतते हुए पुल पर आवाजाही अगले आदेश तक रोक दी गई है। पुल के नीचे हो रहे कटाव को देखते हुए लोक निर्माण विभाग की टीम मौके पर बुलाई गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि भीषण बरसात से प्रदेश को काफी कुछ नुकसान हुआ है. राज्य को हुए नुकसान का आंकलन किया जा रहा है।
आपदा विभाग से लेकर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ पूरी तरह मुस्तैद हैं। ऋषिकेश विधायक प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया कि लक्ष्मण झूला की सुरक्षा दीवार क्षतिग्रस्त होने की वजह से राम झूला पर आवाजाही रोकी गई है। अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर जांच शुरू कर दी है। जांच के बाद सब कुछ साफ हो पाएगा।
उत्तराखंड में आपदा से अब तक करोड़ों का नुकसान हो चुका है। भारी बारिश के कारण दर्जनों लोगों की जान जा चुकी है. भूस्खलन से दर्जनों मकान जमींदोज हो चुके हैं। सरकार उत्तराखंड में हुए नुकसान का आंकलन करा रही है. फौरी तौर पर लोगों को राहत देने के लिए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को आदेश जारी किए हैं।