देहरादून आरटीओ के किया रियलिटी चैक, सवारी बन कर जाना यातायात व्यवस्था का हाल
देहरादून में यातायात व्यवस्था की हकीकत जानने के लिए आरटीओ शैलेश तिवारी ने रियलिटी चैक किया। उन्होंने सिटी बस की सवारी की और तमाम खामियां पाए जाने पर बस का चालान किया। आरटीओ के रियलिटी चैक के बाद सिटी बस चालकों, परिचालकों में खलबली मच गई। आरटीओ ने सवारियों से मनमाना किराया वसूलने, महिला यात्रियों को सीट न देने, सुरक्षा के प्रबंध न होने और चालक एवं परिचालक के वर्दी में न होने पर आरटीओ ने चालान की कार्रवाई की। आरटीओ शैलेश तिवारी राजपुर रोड़ स्थित एनआइवीएच के पास स्थित बस स्टाप से बस में बैठे और परेड ग्राउंड तक के सफर के लिए किराया देकर टिकट मांगा। परिचालक ने टिकट देने से इनकार कर दिया जिसके बाद उन्हें अपना परिचय दिया। आरटीओ के परिचय के बाद परिचालक बुरी तरह घबरा गया। आरटीओ शैलेश तिवारी ने रियलिटी चैक में पाया कि बस में जरूरत से ज्यादा संख्या में सवारियां मौजूद थीं। इसके साथ ही महिला आरक्षित सीट पर पुरुष सवारी बैठे हुए थे, जबकि महिला यात्री खड़ी थी। चालक एवं परिचालक वर्दी के बजाय सामान्य परिधान में थे। यही नहीं, यात्रियों से पैसे लेने के बाद भी टिकट नहीं दिया जा रहा था।
आरटीओ ने बस का चालान करने के साथ ही चालक-परिचालक को चेतावनी भी दी।
देहरादून में सार्वजनिक परिवहन की दशा सुधारने के लिए इन दिनों अभियान चलाया जा रहा है। 12 दिन तक चले अभियान के तहत 683 वाहनों का चालान किया गया है। सार्वजनित परिवहर की बात करें तो फिलवक्त देहरादून शहर में 300 से ज्यादा सिटी बसों का संचालन हो रहा है। इसके अलावा करीब 800 विक्रम और 3500 ऑटो अलग-अलग सड़कों पर दौड़ते हैं।
बस एवं विक्रम चालकों द्वारा तय संख्या से ज्यादा सवारियां बैठाने, मनमाना किराया वसूलने तथा सवारियों के अभद्रता करने की शिकायतें आए दिन मिलती रहती हैं।