प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को गुजरात के राजकोट में अपने दौरे के दौरान देशभर में 11,391.79 करोड़ रुपए की स्वास्थ्य परियोजनाओं का वर्चुअल लोकार्पण और शिलान्यास किया। इनमें राजकोट सहित देश के 5 राज्यों को मिले एम्स शामिल हैं। साथ ही देश के अन्य राज्यों में लगभग 200 स्वास्थ्य परियोजनाओं का भी मोदी ने राजकोट से शिलान्यास/लोकार्पण किया। इनमें उत्तराखंड राज्य में 37.13 करोड़ की लागत की स्वास्थ्य परियोजनाएं भी शामिल हैं।
प्रधानमंत्री द्वारा राजकोट से वर्चुअल माध्यम से उत्तराखंड की 8 परियोजनाओं प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन (पीएम-अभिम) के तहत जनपद उत्तरकाशी के पुरोला, नैनीताल के भवाली, रुद्रप्रयाग के जखोली, बागेश्वर के कपकोट, चंपावत के बाराकोट में ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिट (बी.पी.एच.यू.) एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एन.एच.एम.) के अंतर्गत जनपद हरिद्वार में शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का लोकार्पण किया गया। पीएम-अभिम के अंतर्गत जनपद ऊधमसिंहनगर स्थित जिला चिकित्सालय रुद्रपुर में क्रिटिकल केयर ब्लॉक एवं एन.एच.एम. के अंतर्गत जनपद पौड़ी स्थित उप जिला चिकित्सालय श्रीनगर में चिकित्साधिकारियों हेतु ट्रांजिट हॉस्टल के निर्माण का शिलान्यास किया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को गुजरात में देवभूमि द्वारका, जामनगर और पोरबंदर जिले को 4100 करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं की सौगात दी। मोदी ने इस अवसर पर कहा कि आज की पीढ़ी नए भारत का निर्माण होते देख रही है। गुजरात सहित देशभर में चल रहे मेगा प्रोजेक्ट्स के कारण नए भारत की नई तस्वीर बनी है। भारत ने आधुनिक कनेक्टिविटी के माध्यम से समृद्धि और सशक्त राष्ट्र निर्माण की राह बनाई है। मोदी ने पौराणिक नगरी द्वारका मंण देवभूमि द्वारका, जामनगर और पोरबंदर जिले के लिए 4100 करोड़ रुपए की विभिन्न विकास परियोजनाओं के लोकार्पण एवं शिलान्यास समारोह में यह बात कही। इस अवसर पर उन्होंने देश के सबसे लंबे केबल-आधारित ब्रिज का उद्घाटन भी किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में आधुनिक सुविधाओं के विकास से विदेशी पर्यटकों की संख्या में भी लगातार वृद्धि हो रही है। वर्ष 2022 में 85 लाख विदेशी सैलानियों ने भारत की यात्रा की थी। इनमें से अकेले गुजरात में ही 15.50 लाख विदेशी पर्यटक आए थे। ई-वीजा के अलावा पर्यटन स्थलों की कनेक्टिविटी में हुई वृद्धि और सुविधाओं के कारण विदेशों में भारत के पर्यटन स्थलों के प्रति आकर्षण बढ़ा है। इस वजह से गुजरात में रोजगार और स्वरोजगार के अवसर भी बढ़े हैं। सुदर्शन सेतु ओखा और बेट द्वारका द्वीप को जोड़ने के साथ ही भगवान द्वारकाधीश के दर्शन को और अधिक आसान बनाएगा और उसकी दिव्यता को चार चांद लगाएगा। पहले बेट द्वारका के लोगों और भगवान द्वारकाधीश के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को फेरी बोट पर निर्भर रहना पड़ता था। इस समस्या के निवारण के लिए यहां एक पुल बनाने के लिए उन्होंने तत्कालीन केंद्र सरकार से कई बार मांग की थी, लेकिन उस समय की केंद्र सरकार ने यह काम नहीं किया। हमारी सरकार ‘विकास भी, विरासत भी’ के मंत्र के साथ आस्था के केंद्रों को संवार रही है। उन्होंने इस अवसर पर स्थानीय लोगों से आह्वान किया कि वे द्वारका तीर्थ स्थान को स्वच्छ बनाए रखें, ताकि यह नगरी श्रद्धालुओं के मन में बस जाए।