जान जोखिम में डालकर लोग उफनाती खुमती गाड़ पार करने को मजबूर

पिथौरागढ़ – सीमांत तहसील धारचूला के ग्राम सभा खूंमती के ग्रामीण मानसून काल में उफनाती खुमती गाड़ को जान हथेली में रखकर पार करने को मजबूर है। बता दे की बीते साल 28 जुलाई 2020 को बादल फटने से पैदल पुल व रास्ते ध्वस्त हो गए थे।

लेकिन उसके बाद भी ग्रामीणों के द्वारा  शासन प्रशासन को अवगत कराने के बाद भी हालात जस के तस बने हुए है, इसी नदी को पार कर स्कूली बच्चे पढ़ने खुमती से पांच किलोमीटर दूर कालिका आते है।

मामले में जानकारी देते हुए ग्राम प्रधान खुमती गोपाल सिंह ने बताया कि 28 जुलाई 2020 को बादल फटने से खुमती ग्राम सभा को जोड़ने वाले चार पैदल पुल ध्वस्त हो गए थे, लेकिन दो साल बीतने के बाद भी हालात जस के तस बने हुए है, ग्राम सभा खुमती के स्कूली बच्चों के साथ ही 600 से ज्यादा ग्रामीण इसी खुमती गाड़ को पार कर रोजमर्रा के सामानों को खरीदने धारचूला पहुंचते है, वर्षाकाल शुरू हो गया है जिसे देखते हुए ग्रामीणों के आवाजाही के लिए झूला पुल व ट्रॉली की प्रशासन के द्वारा व्यवस्था की जानी चाहिए नही तो वर्षाकाल में बड़ी घटना हो सकती है।

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