उत्तराखंडदेहरादून

मसूरी से था Pandit Jawaharlal Nehru का विशेष लगाव

हर साल 14 नवंबर को बच्चों का दिन कहा जाता है कारण है देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्मदिन और उनका बच्चों के प्रति इतना ज्यादा लगाव। उनका मानना था की बच्चे देश का आने वाला कल है अगर उन्हें बेहतर शिक्षा दी जाएगी तो समाज और देश में एक बड़ा परिवर्तन देखने को मिलेगा। बच्चे देश का भविष्य है यदि उन्हें अच्छी शिक्षा दी जाएगी तो समाज और देश में बेहद क्रांतिकारी परिवर्तन और विकास देखने को मिलेगा।

प्रथम प्रधानमंत्री कि 134वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में पंडित जी और मसूरी के सम्बन्ध के बारे में जानकारी देते हुए इतिहासकार गोपाल भारद्वाज ने विशेष जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जवाहरलाल नेहरू का रिश्ता पर्वतों कि रानी से लगभग 100 वर्ष से भी ज्यादा का रहा है। उनके पिताजी मोतीलाल नेहरू जी वर्ष 1906 से मसूरी आ रहे थे। मोतीलाल नेहरू जी को सांस की बीमारी थी जिसके चलते डॉक्टरों ने उन्हें पहाड़ों में जाने की सलाह दी थी। पंडित जवाहरलाल नेहरु अपने परिवार के साथ महाराजा रणजीत सिंह की कोठी, राधा भवन जैसे अन्य स्थानों पर रुकते थे।

आज बाल दिवस के अवसर पर इतिहासकार गोपाल भाद्ववाज ने बताया कि प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का मसूरी से विशेष लगाव रहा है। प्रथम प्रधानमंत्री कि 134वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में पंडित जी और मसूरी के सम्बन्ध के बारे में जानकारी देते हुए आगे बताते हैं कि जवाहरलाल नेहरू का रिश्ता पर्वतों कि रानी से लगभग 100 वर्ष से भी ज्यादा का रहा है उनके पिताजी मोतीलाल नेहरू मसूरी 1906 से आ रहे थे और इतिहासकार गोपाल भारद्वाज के पास नेहरू जी का वर्ष 1914 का एक लेटर है।

गोपाल भाद्ववाज, इतिहासकार

 

जवाहर लाल नेहरू के जीवन के बारें में

  1. भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्म 14 नवंबर, 1889 को उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में हुआ था और उन्होंने 27 मई 1964 को अंतिम सांस ली थी ।
  2. देश की आजादी के बाद जवाहर लाल नेहरू को सर्वसम्मति से देश का प्रधानमंत्री चुना गया। उन्होंने लंबे समय तक देश की सेवा की। विश्व पटल पर भी नेहरू जी को प्रखर नेता कहा जाता था। नेहरू जब प्रधानमंत्री थे तो उन्होंने बच्चों की पढ़ाई,उनके स्वास्थ्य को लेकर बेहद योगदान दिया।
  3. पंडित मोतीलाल पेशे से बैरिस्टर थे। वहीं, पंडित नेहरू की धर्मपत्नी का नाम कमला नेहरु था।इनकी माता का नाम स्वरूपरानी नेहरु और पिताजी का नाम मोतीलाल नेहरु था।
  4. पंडित जवाहरलाल नेहरू की तीसरी बेटी इंदिरा गांधी थी, जो लाल बहादुर शास्त्री की उत्तराधिकारी बनी और देश की पहली महिला प्रधानमंत्री भी थी।
Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button