देश में पहली बार ऑनलाइन शादी : हाईकोर्ट ने दी इजाज़त ; जानिए क्या है ऑनलाइन शादी के नियम

“जब आप किसी की चाह रखो तो पूरी कायनात उसे आपसे मिलाने में जुट जाती है” ये कहावत हम सदियों से सुनते आ रहे हैं और अब ये कहावत देश में ऑनलाइन शादी पर भी लागू हो गई है |

क्या है पूरा मामला ?

मामला तमिलनाडु का है दरअसल सुर्दर्शिनी की भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक राहुल से ऑनलाइन दोस्ती हुई फिर बाते बढ़ी तो दोनों में प्यार हुआ और अब दोनों शादी करना चाहते हैं लेकिन समस्या ये है की अपने बिजी शेड्यूल के कारण न तो राहुल भारत आ पा रहे हैं और न ही सुदार्शिनी अमेरिका जा पा रही हैं और तब दोनों ने कोर्ट में ऑनलाइन मेरिज को लेकर एक याचिका दाखिल की जिसमें सारा मामला कोर्ट के सामने पेश हुआ, हालाँकि सुदार्शिनी के भाई और पिता इस शादी के लिए तैयार नहीं थे लेकिन कोर्ट ने माना की उनकी शादी के लिए नाराज़गी वाजिब नहीं है साथ ही मद्रास हाईकोर्ट की मदुरै पीठ ने ये कहा की विवाह एक मौलिक मानव अधिकार है और स्पेशल मैरिज एक्ट 1954 की धरा 12 और 13 में इसका निर्माण इस प्रकार किया जाना चाहिए की इस अधिकार को और प्रभावी बनाया जा सके |

जस्टिस जीआर स्वामीनाथन ने संविधान के अधिनियम 12 (2) का ज़िक्र करते हुए कहा की विवाह किसी भी रूप में किया जा सकता है बशर्ते विवाह के सारे नियमों का पालन कानून के अधीन रहकर हो रहा हो  |

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button