खेल कूद

Boxing : CAS ने IBA को ओलंपिक से बाहर करने के IOC के फैसले को रखा बरकरार

IBA की याचिका पर सुनवाई करते हुए, CAS ने पाया कि बॉक्सिंग एसोसिएशन ने "मान्यता के लिए IOC द्वारा निर्धारित शर्तों का नहीं किया।"

खेलों के सर्वोच्च न्यायालय, कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (CAS) ने अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) के फैसले को बरकरार रखते हुए International Boxing Association (IBA) को ओलंपिक खेलों से बाहर निकालने के निर्णय को सही ठहराया है।

CAS ने करी IBA की अपील खारिज

CAS ने अपनी सुनवाई में पाया कि Boxing संघ “मान्यता प्राप्त करने के लिए IOC द्वारा निर्धारित शर्तों का पालन नहीं कर सका है।”

रूसी मुक्केबाजी संघ के अध्यक्ष उमर क्रेमलेव ने पिछले साल नवंबर में CAS में अपील खो देने के बाद स्विट्जरलैंड की सर्वोच्च अदालत में अपील दायर की थी।

IOC ने किया IBA को बाहर

दोनों संस्थाओं के बीच सालों से चल रहे विवाद के बाद IOC ने IBA को ओलंपिक परिवार से बाहर कर दिया था।

IOC लंबे समय से मुक्केबाजी संघ के संचालन, रूसी राज्य ऊर्जा कंपनी गज़प्रोम से धन पर निर्भरता और मुकाबलों की निष्पक्षता को लेकर चिंता जताता रहा है।

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IBA के बिना Olympic में रहेगी मुक्केबाज़ी

हालांकि, IBA पर प्रतिबंध के बावजूद, मुक्केबाजी 2024 पेरिस ओलंपिक खेलों में ओलंपिक खेल बना रहेगा।

लेकिन IBA के बजाय, IOC द्वारा गठित एक समिति क्वालीफाइंग और पदक टूर्नामेंटों की देखरेख करेगी, जैसा उसने 2021 में टोक्यो ओलंपिक के लिए किया था।

Olympic Boxing
IBA में वित्तीय पारदर्शिता और सुधारों की कमी

CAS के बयान में मंगलवार को कहा गया कि “IBA ने अपने वित्तीय पारदर्शिता और स्थिरता में वृद्धि नहीं की है, जिसमें राजस्व में विविधता लाना भी शामिल है।”

CAS के बयान में आगे कहा गया है कि “IBA ने ओलंपिक खेलों पेरिस 2024 से पहले अपनी प्रतियोगिताओं के लिए निगरानी अवधि सहित, अपने रेफरी और जजों से जुड़ी प्रक्रिया को सुनिश्चित करने के लिए नहीं बदला है।”

IBA ने नहीं दी CAS के फैसले पर प्रतिक्रिया

CAS के फैसले पर IBA प्रशासन अभी तक कोई प्रतिबद्धता नहीं जताई है। CAS के फैसले पर IBA की चुप्पी चौंकाने वाली नहीं है, क्योंकि यह IOC के पिछले विरोध को दर्शाता है।

यह फैसला Boxing संघ के प्रशासन के भविष्य की स्थिरता और एथलीटों पर पड़ने वाले संभावित प्रभाव को लेकर चिंताएं पैदा करता है।

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