अंबानी और टाटा नहीं बल्कि सूरत का यह व्यापारी है राम मंदिर का सबसे बड़ा दानवीर
अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हो चुकी है। राम मंदिर का निर्माण कार्य अभी भी चल रहा है। ऐसे में अमीर से लेकर गरीब तक व्यक्ति अपने सामर्थ्य के अनुसार मंदिर में दान दे रहा है। ऐसे में हम आपको बताएंगे एक ऐसे व्यक्ति के बारे में जिसने दान देने के मामले में अंबानी और टाटा को पछाड़ दिया है।
अयोध्या में लंबे समय के समय के बाद रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो गई है। हालांकि राम मंदिर का निर्माण अभी भी जारी है। ऐसे में मंदिर निर्माण के लिए अमीर से लेकर गरीब ने अपने सामर्थ्य के अनुसार दान किया है। दान में पैसे, वस्त्र और भोजन की सामग्री शामिल है। मंदिर निर्माण के लिए दान देने वालों की लिस्ट बड़ी लंबी है। दान देने वालों में एक ऐसे शख्स का नाम है, जिसने अडानी और टाटा को भी पछाड़ दिया है। सूरत के इस व्यक्ति ने राम मंदिर निर्माण के लिए 101 किलो सोना दान किया है।
सूरत के कारोबारी ने 101 किलो सोना किया दान
राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, श्री राम जन्मभूमि मंदिर के लिए सूरत के हीरा कारोबारी परिवार ने 101 किलो सोना दान किया है। कारोबारी का नाम दिलीप कुमार वी. लाखी है। परिवार ने 101 किलो सोना दान किया है। राम मंदिर ट्रस्ट को मिले दान में यह अबतक का सबसे बड़ा दान है। इस सोने का उपयोग राम मंदिर के दरवाजे, गर्भगृह, त्रिशूल, डमरू और स्तंभों को चमकाने के लिए किया जा रहा है। इसकी मदद से मंदिर के गर्भगृह और भूतल पर 14 स्वर्ण द्वार स्थापित किए गए हैं।