प्रदेश के तमाम ज्वलंत मुद्दों को लेकर कांग्रेस का सचिवालय कूच : कई बड़े नेता रहे मौजूद
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के आह्वान पर सोमवार 21 अक्टूबर को कांग्रेस ने सचिवालय कूच किया, इस दौरान लगभग 5,000 से ज्यादा कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने इस महारैली में भाग लिया ।
दरअसल प्रदेश के तमाम ज्वलंत मुद्दों जैसे UKSSSC घोटाला, अंकिता भंडारी हत्याकांड, विधानसभा भर्ती घोटाला समेत महंगाई और बेरोजगारी के विरोध में कांग्रेस ने सचिवालय कूच किया । पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह के आह्वान पर इस रैली में कांग्रेस के करीब पांच हजार से ज्यादा कार्यकर्ता मौजूद रहे ।
इस मौके पर प्रीतम सिंह ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा की जनता सरकार के झूठे वायदों से त्रस्त हो गई है । सरकार चुनाव के समय वादे करती है और चुनाव के बाद उन वादों को भूल जाती है । प्रदेश के युवा बेरोजगार हैं और सरकार को उनकी सुध नही है ।
खटीमा विधायक भुवन कापड़ी ने कहा की प्रदेश में इतना भ्रष्टाचार हो रहा है लेकिन सरकार आंखे मूंदे बैठी है । अंकिता हत्याकांड मामले में सरकार उस वीआईपी का नाम नहीं बता रही है ।
कांग्रेस के सभी नेता और कार्यकर्ताओं ने रेंजर्स ग्राउंड से रैली आरंभ की इसके बाद दर्शनलाल चौक से होते हुए घंटाघर, राजपुर रोड़ औऱ कांग्रेस भवन होते हुए सचिवालय पहुंची।
सचिवालय गेट पर सुरक्षाबलों की भारी तैनाती के चलते कार्यकर्ताओं और सुरक्षाबलों के बीच झड़प हुई । इसके बाद नारे लगाते हुए कांग्रेसी कार्यकर्ता सड़क पर ही बैठ गए ।
इस रैली में कांग्रेस के कुल 14 विधायक मौजूद रहे जिसमें नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, विधायक मयूख महर, हरक सिंह रावत, भुवन कापड़ी, आदेश चौहान, तिलक राज बेहड, सुमित हृदयेश, गोपाल राणा, फुरकान अहमद, समेत कई विधायक और कांग्रेस के बड़े नेता रैली में मौजूद रहे।