दीपावली तक वन कर्मियों की छुट्टियां रद्द, सतर्कता बरतने के दिए निर्देश
दीपावली के मौकों पर पशु-पक्षियों को किसी भी प्रकार का नुकसान न पहुंचाया जा सके जिसके लिए वनकर्मियो की छुट्टिया रद्द कर गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए है।
दीपावली का त्यौहार नजदीक है ऐसे में जंगलों में जंगली जानवरों खास कर उल्लुओं के शिकार के लिए शिकारी भी ज्यादा सतर्क हो जाते है। जिसको देखते हुए कॉर्बेट नेशनल पार्क में हाईअलर्ट घोषित किया गया है, साथ ही सभी वनकर्मियों की छुट्टियां भी घोषित कर दिए गए है। दिवाली के मौके पर उत्तराखंड में उल्लू और जंगली-जानवरों के शिकार की आशंका बढ़ जाती है। जिसके लिए सतर्कता बेहद जरुरी है।
हल्द्वानी, रामनगर, काशीपुर क्षेत्र अधिक संवेदनशील हैं। कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक डॉ. धीरज पांडेय ने बताया कि वनकर्मियों की छुट्टियों को रद्द कर दिया है। सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।
वनकर्मियों को सख्त तौर पर यह निर्देश है की बहुत ही बारीकी की नज़र से जंगलो की देखरेख करे ताकि कोई भी शिकारी किसी भी पशु-पक्षी को नुक्सान न पहुंचा सकें।
आपको बता दें कि भारत में अभी भी कई जगह यह धारणा है की दिवाली में उल्लुओं की बलि दी जाये तो धन-संपदा में वृद्धि होती है। जिसके कारण हर साल काफी बड़ी संख्या में कई बेजुबानों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ता है। जो कि बिलकुल गलत है। उल्लू शिकारी पक्षी हैं और पर्यावरण को स्वच्छ रखने में मदद करते हैं। और कहीं ना कहीं हम सबको भी यह कोशिश करनी है की दुसरो तक यह बात पहुंचाई जा सके।